सार

 लखनऊ की समाज कल्याण अधिकारी (Social Welfare officer) व सुलह अधिकारी प्रदेश सरकार द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों (Old Age Home) का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वहां मौजूद वृद्धजनों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही मौके पर दिखी खामियों को लेकर जिम्मेदारों को सख्ती के साथ निर्देश भी दिए गए।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत होते जिला स्तर के सभी विभागीय अफसरों को अपनी जिम्मेदारी को लेकर कड़े निर्देश मिलना शुरू हो गए थे, जिसके बाद से लगातार अधिकारियों की ओर से अपने अपने विभागों में औचक निरीक्षण का दौर भी शुरू हो गया। प्रदेश में वृद्धाश्रमों को लेकर दिखाई जा रही सक्रियता के बीच  मंगलवार को लखनऊ की समाज कल्याण अधिकारी (Society Welfare officer) व सुलह अधिकारी प्रदेश सरकार द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों (Old Age Home) का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वहां मौजूद वृद्धजनों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही मौके पर दिखी खामियों को लेकर जिम्मेदारों को सख्ती के साथ निर्देश भी दिए गए।

नाले के ऊपर संचालित हो रहे वृद्धाश्रम की होगी जांच
मंगलवार को लखनऊ की समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह एवं सुलह अधिकारी प्रांशु मौर्य सरकार द्वारा संचालित वृद्धाश्रमों की गुणवत्ता को जांचने के लिए औचक निरीक्षण पर पहुंचे। इस दौरान लखनऊ के राजाजीपुरम स्थित वृद्धाश्रम नाले के ऊपर टीन शेड डालकर संचालित हो रहा था, जिसे लेकर अफसरों की ओर से जांच कराई जा रही है। औचक निरीक्षण पर पहुंचे अफसरों ने कहा कि वृद्धाश्रम के इनलिगल होने पर कार्रवाई की जाएगी। 

वृद्धाश्रम में साफ-सफाई को लेकर नगर निगम को दिए गए निर्देश 
सुलह अधिकारी प्रांशु मौर्य ने बताया कि राजाजीपुरम एवं देवपुर पारा स्थित सेवार्थ वृद्धाश्रम में सफाई संबंधित समस्या पाई गई। जिसके लिए मौके पर ही नगर निगम के अधिकारियों को वहां से स्थिति से अवगत कराया गया। आश्रम में मौजूद वरिष्ठ नागरिकों को सरकार की वृद्धा पेंशन योजना का लाभ बताकर मौके पर ही पंजीकरण भी किया गया। उन्होंने बताया कि दोनों वृद्धाश्रम में कहीं कहीं साफ सफाई की समस्या तो दिखी ही, साथ में बाथरूम के दरवाजे भी टूटे हुए दिखे, जिसे लेकर जिम्मेदारों को व्यवस्था सुधारने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।

शासन द्वारा नियुक्त सुलह अधिकारी प्रांशु मौर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सरकार पूर्ण रूप से अन्त्योदय के सिद्धांत का पालन कर रही है। सरकार द्वारा अनुदानित वृद्धाश्रमों के औचक निरीक्षण से मूल धरातल की स्थितियों को जानना था, जिसकी रिपोर्ट उप जिलाधिकारी सदर एवं समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से शासन को भेजी जाएगी। मौके पर राजाजीपुरम स्थित वृद्धाश्रम में बाथरूम गंदे थे और दरवाजे टूटे हुए मिले। वहां पर खान पान एवं लेटने बैठने की सुविधाएं अच्छी मिली। इसी के साथ वहां रह रहे लोगों से बातचीत में पता चला कि अधिकांश लोगों को वृद्धा पेंशन योजना की जानकारी नहीं है, उनको जानकारी देने के साथ उनके कागजात लेके मौके पर ही पंजीकरण किया गया।