सार

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची। मंत्री जब गौरीगंज के कार्यक्रम में शामिल हुई तो यहां एक बुजुर्ग स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से मरे अपने बच्चे की मौत की शिकायत करने पहुंचा था। उसने कहा कि पहले सांसद से तो न्याय मिला नहीं आपके पास आए हैं दोषी को मृत्यु दंड चाहिए वरना मैं खुद मार दूंगा या मर जाऊंगा। 

अमेठी(Uttar Pradesh ).  केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंची। मंत्री जब गौरीगंज के कार्यक्रम में शामिल हुई तो यहां एक बुजुर्ग स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से मरे अपने बच्चे की मौत की शिकायत करने पहुंचा था। उसने कहा कि पहले सांसद से तो न्याय मिला नहीं आपके पास आए हैं दोषी को मृत्यु दंड चाहिए वरना मैं खुद मार दूंगा या मर जाऊंगा। 

बता दें कि केंद्रीय मंत्री व अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी अमेठी दौरे पर हैं। सोमवार को वह जनसमस्या सुन रही थीं। इसी बीच वहां पहुंचे एक बुजुर्ग ने उन्हें एप्लीकेशन दिया और स्वास्थ्य कर्मियों ओर गंभीर आरोप लगाते हुए मृत्युदंड की मांग की। स्मृति से बात करते हुए वह भावुक हो गया और कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों ने उसके बेटे को जहर का इंजेक्शन देकर मार डाला है। स्मृति ईरानी ने SP ख्याति गर्ग को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

तब हमारा सांसद नहीं था इसलिए थाने पर नहीं सुनी गई 
बुजुर्ग ने स्मृति ईरानी से कहा आप सांसद नहीं थीं तब भी हमने आपको एप्लीकेशन दिया था। मेरे बेटे को विष का इंजेक्शन देकर मार डाला। इसके बाद बुजुर्ग रोने लगा और कहा अगर मुझे न्याय नही मिला तो मैं उस डाक्टर को काट दूंगा। पिता ने मृत्यु दंड की भी मांग की है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर मृत्यु दंड नहीं मिला तो या मैं खुद उसे मार दूंगा या मर जाऊंगा। हमको चाहे जो धारा लगे परवाह नहीं। 

साल 2018 में हो गई थी बेटे की मौत 
मूल रुप से गौरीगंज कोतवाली के धरवटियापुर निवासी पीड़ित राम मिलन मिश्र ने बताया कि मेरे लड़के को रैबीज का इंजेक्शन दिया गया । लापरवाही के चलते पूरा ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। चार इंजेक्शन लगाया और कह रहे एक भी नहीं लगा फिर कह रहे दो लगा जबकि हमारे पास 4 इंजेक्शन लगाने का प्रमाण है। हमारे लड़के को विष का इंजेक्शन देकर मार डाला, पीड़ित ने ये आरोप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी लक्ष्मीकांत साहू पर लगाया है। पीड़ित ने कहा मामला जुलाई 2017 का है, और मार्च 2018 में हमारे बेटे की मौत हो गई।  

न्याय मिले या न मिले अब मै जा रहा, कह कर रोने लगा बुजुर्ग 
पीड़ित बुजुर्ग स्मृति से कहा आप सब आप जानती हैं। इसके पहले जो सरकार और जो सांसद थे कहीं सुनी नहीं गई। आप हैं, चाहे न्याय मिले चाहे न मिले। अब हम जा रहे, ये कहकर पीड़ित पिता रोते हुए मुड़ गया, जिस पर स्मृति ने कहा दादा एक मिनट रुको तो। फिर पीड़ित से एप्लीकेशन लेकर स्मृति ने एसपी डा. ख्याति गर्ग को एप्लीकेशन देकर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए दिया।