सार
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जहां अयोध्या के विकास में अटके पड़े कार्यों में तेजी लाई जा रही है वहीं कई नई योजनाओं को शामिल कर अयोध्या को विकसित करने का मास्टर प्लान तैयार हो रहा है
अयोध्या(Uttar Pradesh ). अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जहां अयोध्या के विकास में अटके पड़े कार्यों में तेजी लाई जा रही है वहीं कई नई योजनाओं को शामिल कर अयोध्या को विकसित करने का मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। पर्यटन विभाग के सूत्रों की माने तो अयोध्या को विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए तमाम योजनाओं को शामिल किया जा रहा है। इसके लिए अयोध्या नगर निगम अपने क्षेत्र का विस्तार करने जा रहा है। इसके लिए नगर निगम ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। नगर निगम से सटे 41 राजस्व गांव अब अयोध्या नगर निगम में शामिल होंगे। hindi.asianetnews.com ने अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय व अवध विश्वविद्यालय के ग्रीन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह से बात की। इस दौरान उन्होंने अयोध्या के नए डेवलपमेंट के बारे में तमाम बातें शेयर किया।
सीमा बढ़ने से विकास के कार्यों के लिए होगी संभावनाएं
अयोध्या नगर निगम के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के मुताबिक़ अभी तक सरकार की ओर से कोई ख़ास दिशानिर्देश नहीं मिला है। लेकिन नगर निगम की सीमा के विस्तार के लिए हमने शासन को पत्र भेजा है। हम 41 गांवों को नगर निगम में शामिल करेंगे। इससे नगर निगम का क्षेत्रफल बढ़ जाएगा और विकास कार्यों के लिए सम्भावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
अयोध्या में पेयजल व सड़कों की व्यवस्था को किया जा रहा सुदृढ़
मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि आने वाले दिनों में अयोध्या में पर्यटकों की आवाजाही तेजी से बढ़ेगी। इसको देखते हुए यहां तेजी से विकास के कार्यों को किया जा रहा है। सबसे पहले पेयजल,जलनिकासी व सड़कों पर फोकस किया गया है। इसके व्यवस्था सही करने पर जोर दिया गया है। सरकार से समय अयोध्या में पेयजल व
अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड गठित करने की तैयारी
अवध विश्वविद्यालय के ग्रीन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह के मुताबिक़ अयोध्या को संवारने के लिए अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड गठित करने की तैयारी चल रही है। अवध विश्वविद्यालय ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इस बोर्ड में विश्वविद्यालय को शामिल करने की मांग की है। इसके पीछे मकसद ये कि हम अयोध्या की वास्तविक स्ट्रक्चर को बरकरार रखते हुए वहां विकास करें। सरकार ने इस पर गंभीरता से विचार भी किया है। उम्मीद है कि जल्द ही इस बोर्ड का गठन हो जाएगा।
एयरपोर्ट बनाने के काम में आई है तेजी
वध विश्वविद्यालय के ग्रीन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने बताया अयोध्या में पिछले कुछ वर्षों से चल रहे एयरपोर्ट का कार्य काफी धीमी गति से चल रहा था। लेकिन पिछले कुछ महीनों में उस कार्य में तेजी लाई गयी है। उसके लिए जमीन अधिग्रहीत कर किसानो को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही अयोध्या में एयरपोर्ट बन कर तैयार हो जाएगा। हांलाकि अभी इसमें कुछ वर्ष और लगेंगे।
राम की नगरी की तरह बसेगी अयोध्या
अवध विश्वविद्यालय के ग्रीन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि यहां पूरी अयोध्या को एक बेहतर प्लान के तहत बसाने का प्लान है। इसके लिए हमारा प्रयास ये होगा कि हम पुराणी अयोध्या के स्ट्रक्चर को बरकरार रखते हुए नई अयोध्या बनाने का प्रयास करें। यहाँ के पुराने मंदिरों की मूल छवि के साथ कोई छेड़छाड़ न करते हुए भव्य राम मंदिर का निर्माण कराया जाए। इसके आलावा यहां बाहर से आए हुए पर्यटकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान दिया जाए।
अयोध्या में रुकने के लिए बने नए होटल व गेस्ट हाउस
वध विश्वविद्यालय के ग्रीन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में अयोध्या में एक साथ 2000 से अधिक लोगों के रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है। कुम्भ के दौरान विश्विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में विभिन्न देशों के लगभग 35 सौ लोगों ने भाग लिया था। उस दौरान उनके रुकने के लिए हमने पूरे अयोध्या में होटल व गेस्ट हाउसेज बुक किये थे इसके बावजूद वहां सिर्फ 17 सौ लोगों के रुकने की जगह थी। जिसके बाद हमे विश्विद्यालय कैंपस में ही टेंट के सहारे एक कुम्भ नगरी बसानी पडी थी। इसके लिए बोर्ड का सबसे जरूरी काम यहां बाहर से आने वाले पर्यटकों के रुकने की व्यवस्था को मजबूत करना होगा। श्रद्धालुओं के लिए 10 हजार रैन बसेरा बनाए जाने का प्लान है। हांलाकि इन सारी चीजों से सरकार के जिम्मेदारों समेत स्वयं मुख्यमंत्री योगी जी आदित्यनाथ को अवगत करा दिया गया है।
जल यातायात से जुड़ेगा अयोध्या
वध विश्वविद्यालय के ग्रीन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि बीते सालों में जब काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रूज चलवाने की शुरुआत की थी उसी समय काशी को जल यातायात के माध्यम से जोड़ते हुए काशी से अयोध्या क्रूज चलाने की बात सामने आई थी। हांलाकि तब इस बार कोई बहुत ध्यान नहीं दिया गया था। लेकिन अब अयोध्या को देश का बड़ा पर्यटक स्थल बनाने की योजना बनाई जा रही है। ऐसे में यहां जल यातायात भी बहाल होने के कयास लगाए जाने लगे हैं।