सार

हिंसा को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, मगर वह बेअसर रहा। अंत में शाम लगभग पौने सात बजे जिलाधिकारी ने नगर कोतवाली और थाना दक्षिणटोला क्षेत्र में कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी। 
 

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जगह-जगह अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सड़क पर उतर आए। पथराव शुरू कर दिया, जिससे गुरिल्ला युद्ध के हालात पैदा हो गए। अधिकारियों व फोर्स को पीछे हटना पड़ा। मऊ में बवालियों ने दो बसों पर पथराव कर शीशे तोड़ दिए। पुलिस व मीडिया कर्मियों की गाडियों में अराजक तत्वों ने आग लगा दी। दक्षिण टोला थाने में घुसकर दीवार गिराने के साथ गाडिय़ों को भी जलाने का प्रयास किया। जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने अराजक तत्वों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए है। दो थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। 

आंसू गैस के गोले भी बेअसर
हिंसा को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, मगर वह बेअसर रहा। अंत में शाम लगभग पौने सात बजे जिलाधिकारी ने नगर कोतवाली और थाना दक्षिणटोला क्षेत्र में कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी। 

वाट्सएप ग्रुप में युवाओं की नाराजगी
रविवार की रात से ही वर्ग विशेष के कुछ वाट्सएप ग्रुप में युवाओं की नाराजगी सामने आ रही थी तथा सोमवार को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया। सदर चौक पर सोमवार की दोपहर दो बजे युवा जुटने शुरू हुए। वहां से निकला विरोध जुलूस जब रौजा से घूमकर वापस मिर्जाहादीपुरा की ओर बढ़ा तो भीड़ बढ़ती गई।

पुलिस पर किया पथराव 
बिजनौर में शेरकोट थाने के पास सोमवार को सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया। जुलूस निकालने को लेकर पुलिस और भीड़ के बीच झड़प हो गई। लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस को भागकर जान बचानी पड़ी। तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। दो युवकों को हिरासत में लिया गया है। मुस्लिम बहुल मोहल्लों में पुलिस तैनात कर दी गई है।