सार
पीएम ने कहा, एनडीए की दूसरी बार सरकार बनने के बाद पहली बार कान्हा की नगरी मथुरा आने का सौभाग्य मिला।
मथुरा (उत्तर प्रदेश ). बुधवार को मथुरा पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने कूड़ा बीनने वाली महिलाओं से मुलाकात की। साथ ही स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत की। वेटरनेरी विश्व विद्यालय में आयोजित पशु आरोग्य मेले में मथुरा के लिए 1000 करोड़ रु. से ज्यादा की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा पाना ही होगा। हमें कोशिश करनी है कि इस साल 2 अक्टूबर तक अपने घर, दफ्तर, कार्यक्षेत्र को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करें। बता दें, सिंगल यूज प्लास्टिक यानी ऐसा प्लास्टिक होता है, जिसे एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है।
'पूरे यूपी का मिला आशीर्वाद, मैं आपके सामने शीश झुकाता हूं'
पीएम ने कहा, एनडीए की दूसरी बार सरकार बनने के बाद पहली बार कान्हा की नगरी मथुरा आने का सौभाग्य मिला। इस बार के चुनाव में पूरे यूपी का आशीर्वाद मुझे और मेरे साथियों को मिला। देशहित में लिए गए आपके इस निर्णय के लिए में ब्रजभूमि से आपके सामने शीश झुकाता हूं। भारत के पास श्रीकृष्ण जैसा प्रेरणा स्त्रोत रहा है, जिसकी कल्पना पर्यावरण प्रेम के बिना अधूरी है। कालिंदी जिसे यमुना कहते हैं। हरी-घास चरती उनकी धेनु। क्या इसके बिना श्रीकृष्ण की तस्वीर पूरी हो सकती है? क्या दूध, दही, माखन के बिना बाल गोपाल की कल्पना कोई कर सकता है। प्रकृति, पर्यावरण और पशुधन के बिना जितने अधूरे हमारे अराध्य नजर आते हैं उतना ही अधूरापन हमे भारत में भी नजर आएग।
मथुरा के लोगों के बारे में कही ये बात
मोदी ने कहा, आज से स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत की गई। नेशनल एनिमल डिजीज प्रोग्राम को भी शुरू किया गया। पशुओं के स्वास्थ्य संवर्धन और पोषण से जुड़ी योजनाएं भी शुरू की गई। मथुरा के पर्यटन से जुड़ी भी कई परियोजनाओं की भी शुरुआत की गई। कुछ दिन बाद हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे। बापू ने हमेशा ही स्वच्छता को प्रमुखता दी।, हमें उनसे सीखना चाहिए। यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। स्वच्छता ही सेवा के पीछे भी यही भावना जुड़ी है। आज से शुरू हो रहे अभियान को प्लास्टिक से कचरे से मुक्ति के लिए समर्पित किया गया है। यह समस्या समय के साथ गंभीर होती जा रही है। मथुरा के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि कैसे प्लास्टिक पशुओं की मौत का कारण बन रहा। मैं देशभर में काम कर रहे सभी हेल्थ गुप, सिविल सोसाइटी, युवा मंडल, महिला मंडल, क्लब, स्कूल, कालेजों से सिंगल यूज प्लास्टिक खत्म करने के मिशन में शामिल होने का आग्रह करता हूं।
भारत को आता है आतंकवाद से निपटना
आज का दिन (11 सितंबर) बहुत खास है। एक सदी पहले आज ही के दिन स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागों में ऐतिहासिक भाषण दिया था। आज ही के दिन अमेरिका में बहुत बड़ा आतंकी हमला हुआ था, जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया था। आज आतंकवाद एक ग्लोबल प्रॉब्लम है। हमारे पड़ोसी देश में इसकी मजबूत जड़े आराम से फल फूल रही हैं। इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। भारत इस चुनौती से निपटना जानता है।
मथुरा बृतधाम में है हैरिटेज टूरिज्म की बहुत संभावनाएं
पूरा बृज धाम आध्यात्म और आस्था की जगह है। यहां हैरिटेज टूरिज्म की बहुत संभावनाएं हैं। मुझे खुशी है कि प्रदेश की योगी सरकार इस दिशा में काम भी कर रही है। मथुरा, नंदगांव, गोवर्धन, बरसाना में कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है। ये योजनाएं पूरे देश के टूरिज्म को मजबूत करेंगी।
गाय-भैंस-बकरी और सुअरों को साल में 2 बार लगेंगे टीके
मैं लोगों से अपील करता हूं कि स्टार्टअप ग्रांड चैलेंज के साथ जुड़िए। केंद्र सरकार आज उस चैलेंज को लांच कर रही है। देश की समस्या का समाधान देश की मिट्टी से ही निकलेगा। 51 करोड़ गाय, भैंस, बकरी और सुअरों को साल में 2 बार टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण वाले पशुओं को यूनिक आईडी देकर टैग लगाएंगे। साथ ही उनका स्वास्थ्य कार्ड भी जारी किया जाएगा। पशुधन को लेकर हमारी सरकार गंभीर है। 100 दिन में जो कड़े फैसले लिए गए उनमें से एक पशुओं के टीकाकरण से जुड़ा है। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम और कृत्रिम गर्भाधान की शुरुआत हुई। इसके उद्देश्य है कि पशु बार-बार बीमार ना हो, किसान को ज्यादा खर्च ना करने पड़े।
दक्षिण अफ्रीका में भेंट में दी जाती है गाय
दक्षिण अफ्रीका के रंबाडा का उदाहरण देते हुए पीएम ने कहा, वहां लोगों को भेंट में गाय दी जाती है। गांव में गाय, पशुपालन और दुग्ध उत्पादन इकोनॉमी का आधार है। पहली बछड़ी को सरकार ले लेती हैं और जिनके पास पशु नहीं है, उन्हें सौंप देती है। हमारे देश में गाय और ओम का नाम सुनकर कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। ओम नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं।
सामान खरीदने जाएं तो थैला साथ ले जाएं
पीएम मोदी ने कहा, कचरे से कंचन की सोच ही हमारे पर्यावरण की रक्षा करेगी। आस पास के वातावरण को स्वच्छ बनाएगी। अपनी आदतों में भी हमें परिवर्तन करने होंगे। हमें यह तय करना है कि जब भी दुकान, बाजार में सामान खरीदने के लिए जाएं तो साथ में अपना थैला, बैग अवश्य ले जाएं। पैकिंग के लिए दुकानदार प्लॉस्टिक का उपयोग कम से कम करें। सरकारी कार्यक्रमों में भी प्लॉस्टिक की बोतलों के बजाए मिट्टी के बर्तनों या मेटल की व्यव्स्था हो।
काले कपड़े, रुमाल व प्लास्टिक पूरी तरह से थी बैन
पीएम के कार्यक्रम में शामिल होने आने वाले लोगों के लिए विशेष नियम लागू किए गए थे। नियमों का कड़ाई से पालन कराने का आदेश भी अधिकारियों द्वारा मातहतों को दिए गए थे। कार्यक्रम स्थल पर काले रंग के कपड़ों पर प्रतिबंध लगाया गया था। अधिकारियों ने बताया था, कार्यक्रम स्थल पर कोई भी व्यक्ति काला कपड़ा, रुमाल, गमछा या काला झंडा लेकर नहीं जा सकेगा। इसके अलावा बैग, पानी की बोतल, ज्वलनशील पदार्थ, माचिस, प्लास्टिक का कोई भी सामान कार्यक्रम स्थल पर नहीं ले जाया जा सकेगा।