सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वाराणसी में अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के 120 महापौर भाग ले रहे हैं । इस सम्मेलन का विषय नया शहरी भारत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में ज्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं और वे पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं। साथ ही शहरी विकास के क्षेत्र में भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दो दिवसीय मेयर सम्मेलन का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम में शहरी विकास कार्यों पर एक लघु फिल्म (Short film) भी दिखायी गयी । प्रधानमंत्री ने वाराणसी से लोकसभा सदस्य (Loksabha sadsya) होने के नाते सभी महापौर (Mayor) का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि काशी की अर्थव्यवस्था (Economy of Kashi) में मां गंगा (Ganga) का बहुत बड़ा हाथ है, इसी तरह हमें अपने-अपने शहरों में नदियों को महत्व देना चाहिए और हर वर्ष नदी उत्सव मनाना चाहिए। हमारा प्रयास यह होना चाहिए कि हमारा शहर स्वच्छ हो और स्वस्थ हो। सम्मेलन को वचुर्अल माध्यम (virtual medium) से संबोधित करते हुये कहा, हमें ऐसे आधुनिक शहर बनाने होंगे जिनमें विरासत भी हो और विकास भी हो।
तीन दिन कि प्रदर्शनी प्रदर्शित करेगी प्रमुख उपलब्धियां
प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने संबोधन में शहरी क्षेत्रों में रहने की सुविधा सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कहा कि सरकार ने जीर्ण-शीर्ण शहरी बुनियादी ढांचे (urban infrastructure) और सुविधाओं की कमी के मुद्दों को दूर करने के लिए कई योजनाएं (Plans) और कार्यक्रम (Program) शुरू किये हैं। शहरी विकास के क्षेत्र में भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार (Indian government and UP Government)की प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी (exhibition) भी आयोजित की जा रही है, जो 17 से 19 दिसंबर तक चलेगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditiyanath ) और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी (Union Minister Hardeep Puri) भी उपस्थित थे ।
विरासत के साथ दिखे विकास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहरों के आधुनिकीकरण (modernization) की जरूरत को तात्कालिक अनिवार्यता बताते हुये कहा है कि शहरों को इस प्रकार से आधुनिक बनाना, समय की मांग है जिनमें विरासत और विकास (heritage and development) एक साथ दिखे और जनसामान्य का जीवन यापन सुगम हो सके। मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आयोजित अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन को वचुर्अल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि हमें ऐसे आधुनिक शहर बनाने होंगे जिनमें विरासत भी हो और विकास भी हो।
सुगम यातायात का एकमात्र उपाय सार्वजनिक यातायात
उन्होंने कहा कि देश में ज़्यादातर शहर पारंपरिक शहर (traditional city) ही हैं और वे पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं। आधुनिकीकरण के इस दौर में इन शहरों की प्राचीनता की भी उतनी ही अहमियत है जितना कि उनका निरंतर विकास किया जाना जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने दो दिवसीय मेयर सम्मेलन (Mayor's Conference) का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। सम्मेलन में देश के सभी शहरों के मेयर बदलते समय की जरूरतों के मुताबिक शहरों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के उपायों पर विचार विमर्श करेंगे। साथ ही शहरों में हो रहे बेहतर कामों से जुड़े एक दूसरे के अनुभवों को भी साझा करेंगे। इस दौरान मोदी ने सुगम यातायात को आधुनिक शहरों की प्राथमिक जरूरत बताया। उन्होंने सुझाव दिया कि शहरों में यातायात की सुगमता के नाम पर फ्लाईओवरों की संख्या बढ़ाते जाना ट्रैफिक जाम की विकराल होती समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि सुगम यातायात का एकमात्र उपाय सार्वजनिक यातायात ही है और इसे मेट्रो रेल की तर्ज पर बेहतर बनाते हुए बढ़ावा देना ही पड़ेगा।