सार

मुरादाबाद में कोरोना संदिग्धों को क्वारंटाइन होम ले जाने पहुंची स्वस्थ्य विभाग की टीम पर हमले के मामले में पुलिस ने 7 महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर जानलेवा हमला, रासुका व अन्य कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इन्हे जेल भेज दिया गया है।
मुरादाबाद(Uttar Pradesh ). मुरादाबाद में कोरोना संदिग्धों को क्वारंटाइन होम ले जाने पहुंची स्वस्थ्य विभाग की टीम पर हमले के मामले में पुलिस ने 7 महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर जानलेवा हमला, रासुका व अन्य कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इन्हे जेल भेज दिया गया है। हमले में शामिल अन्य लोगों तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं। पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 

बता दें कि सोमवार देर रात तीर्थांकर मेडिकल यूनिवर्सिटी में तबलीगी जमात में शामिल हुए एक 49 वर्षीय कोरोना संक्रमित की मौत हो गई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को उसके परिवार के अन्य सदस्यों को क्वारेंटाइन करने के लिए पहुंची थी। जब टीम परिवार के लोगों को लेकर जा रही थी, तभी आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए और कहने लगे कि क्वारेंटाइन सेंटर में खाना नहीं दिया जा रहा है। हम अपने लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर नहीं भेजेंगे। इसके बाद उन्हें समझाने पहुंची पुलिस से उनकी झड़प हो गई। इसके बाद लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस हमले में डॉ एससी अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं एक अन्य स्वास्थ्य कर्मी को भी गंभीर चोटें आई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव किया था। काफी मशक्क्त के बाद हालात पर काबू पाया जा सका। 

पत्थरबाजी में महिलाएं भी थीं शामिल, वीडियो आया सामने 
मुरादाबाद की इस घटना का वीडियो भी सामने आ गया है। इसमें भीड़ कोरोना वारियर्स पर पथराव करती दिख रही है। यही नहीं घरों की छत से महिलांए उन पर ईंट पत्थर फेंक रही हैं। इस हमले का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की कार्रवाई में तेजी आई। जिसके बाद 7 महलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 

स्वास्थ्य कर्मियों ने फील्ड में जाने से किया इनकार
हमले के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। अब मेडिकल टीम ने फील्ड में जाने से इनकार कर दिया है। फार्मिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप बडोला ने कहा कि क्वारंटाइन करने का काम प्रशासन का है। अब उनके कर्मचारी फील्ड में नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना का एनालिसिस करने के बाद बताया जाए कि क्या ऐसी स्थिति में फील्ड में काम किया जा सकता है। 

सीएम की सख्ती के बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में दर्ज किया मुकदमा 
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में 17 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया। इनमे 7 महिलांए भी शामिल हैं। गिरफ्तार किये गये लोगों के खिलाफ बलवा, बीमारी फैलाने, सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने और हत्या के प्रयास से जुड़ी विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 188, 269, 270, 332, 353, 323, 324, 307, 427, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा इनके खिलाफ 7 सीएलए के तहत लोक सम्पत्ति छति निवारण अधिनियम, आपदा प्रंबधन अधिनियम और महामारी अधिनियम के तहत भी एफआईआर दर्ज की गई है।