सार

दस जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेले में इस बार साढ़े छह करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। माघ मेले को इस बार मिनी कुंभ के तौर पर आयोजित किए जाने की तैयारी है। अगले महीने से शुरू हो रहे माघ मेले में शराब व दूसरे नशे का सेवन करने और उम्रदराज पुलिस कर्मियों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) । दस जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेले में इस बार साढ़े छह करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। माघ मेले को इस बार मिनी कुंभ के तौर पर आयोजित किए जाने की तैयारी है। अगले महीने से शुरू हो रहे माघ मेले में शराब व दूसरे नशे का सेवन करने और उम्रदराज पुलिस कर्मियों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। इनकी जगह संस्कारी और बेसिक इंग्लिश बोलने वाले पुलिस वालों की ही ड्यूटी लगाई जाएगी। यही नहीं ड्यूटी करने वाले सभी साढ़े तीन हज़ार पुलिस कर्मियों को अच्छा व्यवहार रखने की 10 से 15 दिन की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

इसलिए लिया निर्णय
ट्रेनिंग के साथ ही बेसिक इंग्लिश भी सिखाई जाएगी। इसके पीछे मंशा यह है कि विदेशी व दक्षिण भारत से आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो। इन्हें रास्ते और बेसिक जरूरतों की जानकारी बिना गाइड के ही हो सके, जबकि मेले के दौरान कड़ाके की ठंड पड़ती है। इसके साथ ही कुंभ में कई बार पैदल ही एक से दूसरी जगह आना- जाना पड़ता है। ऐसे में ज़्यादा उम्र के पुलिसवालों को ठंड व पैदल चलने में दिक्कत हो सकती है, इसलिए कम उम्र के पुलिसवालों को ही तैनात किया जाए।

मेले में पान-मसाले और गुटखे पर प्रतिबंध
दस जनवरी को पौष पूर्णिमा से शुरू होकर 21 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा। मेले में सदाचारी और नान एल्कोहलिक पुलिसवालों की ड्यूटी लगाए जाने के फैसले का साधू - संतों ने स्वागत किया। साथ ही मेले के दौरान पान मसाले- गुटखे की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने की भी मांग की है।

(प्रतीकात्मक फोटो)