सार

एक तरफ योगी सरकार एंटी रोमियो बनाकर छेड़खानी और महिला अपराध पर सख्ती करने की कोशिश में लगी हुई है दूसरी तरफ पुलिस सरकार की छवि धूमिल करने में लगी है। कानपुर में छेड़खानी और मारपीट की शिकार  युवती से पुलिस ने अभद्रता की। यही नहीं  पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के बजाय पीड़िता से जबरन समझौता पत्र पर दस्तखत करवा लिए। मामले में आईजी जोन मोहित अग्रवाल ने जांच के आदेश दिए हैं। 
 

कानपुर(Uttar Pradesh ). एक तरफ योगी सरकार एंटी रोमियो बनाकर छेड़खानी और महिला अपराध पर सख्ती करने की कोशिश में लगी हुई है दूसरी तरफ पुलिस सरकार की छवि धूमिल करने में लगी है। कानपुर में छेड़खानी और मारपीट की शिकार  युवती से पुलिस ने अभद्रता की। यही नहीं  पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के बजाय पीड़िता से जबरन समझौता पत्र पर दस्तखत करवा लिए। मामले में आईजी जोन मोहित अग्रवाल ने जांच के आदेश दिए हैं। 

दरअसल मामला कानपुर के रायपुरवा इलाके का है। यहां किराए पर रहने वाली युवती एक पोर्टल पर ब्लॉग लिखती है। युवती ने मंगलवार को ट्विटर पर कानपुर पुलिस की कारस्तानी का एक वीडियो अपलोड करते हुए पूरी बात लिखी और कार्रवाई की मांग की। तब जाकर मामला सुर्ख़ियों में आया। 

मकान मालिक से चल रहा है विवाद 
युवती के मुताबिक़ उसका उसके मकान मालिक से विवाद चल रहा है। इसी मामले में मकान मालिक के बेटे ने उससे मारपीट की और छेड़खानी किया। जिसके बाद वह शिकायत लेकर रायपुरवा थाने पहुंच गई। लेकिन वहां उसकी सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ अभद्रता की। वहां मौजूद दारोगा ने उससे कहा ज्यादा पढ़ की हो कौन तुमको इतना एडवांस बना दिया। उसके बाद उसने जबरन समझौता पत्र पर उससे साइन करवा लिया। उसकी रिपोर्ट भी नहीं दर्ज की गई। 

आईजी ने दिए जांच कर कार्रवाई के निर्देश 
मामले में आईजी जोन मोहित अग्रवाल ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा मामले का संज्ञान लेकर एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जांच कराई जा रही है। अगर पुलिसकर्मियों ने अभद्र व्यवहार किया है तो उन पर जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।