सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद 22 मार्च को जनता कर्फ्यू था। लोगों ने पीएम के इस अपील का समर्थन किया, वहीं घर से बाहर निकलने वालों को पुलिस ने हिदायत दी थी। इस दौरान दो युवकों ने सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा घर से बाहर निकले लोगों पर लाठीचार्ज का वीडियो वायरल करके भ्रामक सूचना फैलाई। जिसे संज्ञान में लेकर उच्चाधिकारियों ने जांच कराई तो वीडियो किसी अन्य स्थान निकला। जिसके बाद दोनों पर उन्नाव कोतवाली में भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल करने का मुकदमा दर्ज कराया गया।

उन्नाव (Uttar Pradesh) । जनता कर्फ्यू के दौरान वीडियो वायरल कर भ्रामक सूचना प्रसारित करने वाले शख्स ने कार्रवाई के बाद जहर खा लिया। जानकारी होने पर पर परिवार के लोग उसे अस्पताल ले गए। लेकिन, हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे कानपुर स्थित हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। बता दें कि 22 मार्च को युवक ने उन्नाव शहर में जनता कर्फ्यू के दौरान लाठीचार्ज की भ्रामक सूचना प्रसारित की थी।

यह है पूरा मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद 22 मार्च को जनता कर्फ्यू था। लोगों ने पीएम के इस अपील का समर्थन किया, वहीं घर से बाहर निकलने वालों को पुलिस ने हिदायत दी थी। इस दौरान दो युवकों ने सोशल मीडिया पर पुलिस द्वारा घर से बाहर निकले लोगों पर लाठीचार्ज का वीडियो वायरल करके भ्रामक सूचना फैलाई। जिसे संज्ञान में लेकर उच्चाधिकारियों ने जांच कराई तो वीडियो किसी अन्य स्थान निकला। जिसके बाद दोनों पर उन्नाव कोतवाली में भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल करने का मुकदमा दर्ज कराया गया।

सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद मंगलवार रात को हसनगंज क्षेत्र के सरांय गांव निवासी रविशंकर ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस परिवार वालों के साथ उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे गंभीर हालत में कानपुर के हैलट रेफर कर दिया गया। 
 
अब हालत में हो रहा सुधार
सदर कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि युवक द्वारा कीटनाशक पीने की जानकारी मिली थी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे कानपुर के हैलट भेजा गया है। अब उसकी हालत में सुधार है।

(प्रतीकात्मक फोटो)