सार

बीजेपी के वाराणसी किले को भेदने के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी जल्दी वाराणसी आ सकती है ऐसा माना जा रहा है कि ममता बनर्जी फरवरी के दूसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी में अपने रैली की शुरुआत करेंगी हालांकि जानकारों का मानना यह भी है कि वर्चुअल माध्यम से पहले वह लखनऊ के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगी। इसके बाद अगले सप्ताह काशी आने का प्लान है।

अनुज तिवारी
वाराणसी:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP  Chunav) का आगाज हो चुका है सभी पार्टियां अपने अपने प्रचार में लग चुकी लेकिन अगर बात करें पूर्वांचल के वाराणसी विधानसभा (varanasi vidhansabha) की तो यहां का किला भारतीय जनता पार्टी का सबसे मजबूत माना जाता है। 2017 के इसी किलो को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तीन दिन कैंपेन की थी।और इस बार विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav) में इसी किले को हिलाने के लिए समाजवादी पार्टी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस सोची-समझी रणनीति पर काम कर रहे हैं।

जल्द ही वाराणसी आ सकती है ममता
बीजेपी के वाराणसी किले को भेदने के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी जल्दी वाराणसी आ सकती है ऐसा माना जा रहा है कि ममता बनर्जी फरवरी के दूसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी में अपने रैली की शुरुआत करेंगी हालांकि जानकारों का मानना यह भी है कि वर्चुअल माध्यम से पहले वह लखनऊ के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगी। इसके बाद अगले सप्ताह काशी आने का प्लान है।

वाराणसी के दक्षिणी विधानसभा के वोटरों को लुभाएंगी ममता
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बनारस का चुनाव सबसे अंतिम चरण में होना है लेकिन सियासी पार्टियां अभी से ही तैयारियों में लक्ष्मी है इसी क्रम में काशी दौरे को लेकर या कयास लगाई जा रही है कि इस विधानसभा में ममता बनर्जी दक्षिणी विधानसभा सीट को साधने की कोशिश करेंगे। और माना यह भी जा रहा है कि कांग्रेसी टीएमसी में आए ललितेशपति त्रिपाठी को ममता यहां से उम्मीदवार बनवा सकती हैं सूत्रों की मानें तो समाजवाद पार्टी भी टीएमसी का समर्थन करेगी। मौजूदा समय में दक्षिणी विधानसभा से उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी मौजूदा विधायक है। 

कौन है ललितेशपति
ललितेशपति त्रिपाठी के सपा के बजाय टीएमसी में जाने के फैसले के पीछे वैचारिक कारण माना जा रहा है। ललितेश यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलापथि त्रिपाठी के प्रपौत्र हैं। गांधी-नेहरू परिवार से ललितेशपति का चार पीढ़यों से नाता रहा है। मिर्जापुर के मड़िहान विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर वह विधायक रह चुके हैं और प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते थे। 

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ओम प्रकाश राजभर वाराणसी में भरेंगे हुंकार
वाराणसी के आठों विधानसभा क्षेत्र में से शिवपुर विधानसभा क्षेत्र इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का नाम इस विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए सामने आ रहा है। मौजूदा समय में इस विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनिल राजभर है। जो उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर मौजूद हैं। 

वाराणसी में ओमप्रकाश राजभर का होगा जमानत जब्त : अनिल राजभर
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर और ओमप्रकाश राजभर में अक्सर जुबानी जंग देखने को मिलती है। ओमप्रकाश राजभर ने हाल ही में शिवपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की संभावना उनके कार्यकर्ताओं द्वारा कहीं गई थी उस पर जवाब देते हुए अनिल राजभर ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश के किसी भी विधानसभा से चुनाव लड़ने उनकी जमानत जब्त हो जाएगी

कैबिनेट मिनिस्टर अनिल राजभर ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर अपनी कही हुई बात पर रुकेंगे इसका ही मुझे शक है। वैसे वो उत्तर प्रदेश में कहीं से चुनाव लड़ेंगे तो उनकी जमानत ज़ब्त हो जायेगी। उन्होंने कहा कि वो यहां आयें और चुनाव लड़ें। बनारस की धरती उनका इंतज़ार कर रही है। बाबा विश्वनाथ की कांवड़ यात्रा को अपमानित करना और महाराजा सुहेलदेव राजभर के सम्मान के साथ समझौता करना। उन्हें उनकी जमानत जब्त करवाकर जवाब देगा। 

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