सार
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर तैयारी जारी है। पीएम मोदी रामनगरी को 4 हजार करोड़ की 66 परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं। हालांकि इससे पहले भी अयोध्या को कई सौगात मिल चुकी हैं।
अयोध्या: दिवाली के त्योहार को लेकर देशभर में धूम है। दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी रामनगरी अयोध्या पहुंचे रहे हैं। वह कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही रामलला का आशीर्वाद लेंगे।
त्रेतायुग युग की यादे ताजा करने के लिए हुई दीपोत्सव की शुरुआत
बीते कुछ वर्षों में अयोध्या में काफी बदलाव देखने को मिले हैं। 2017 के बाद से अयोध्या में हो रहे बदलाव इसे विश्व पटल पर एक नई पहचान दिला रहे हैं। इसी क्रम में दीपावली से एक दिन पहले दीपोत्सव की शुरुआत भी यहां पर हुई। माना जाता है कि राम के वनवास से आने की खुशी में लोगों ने अपने-अपने घरों में दीपक जलाए। त्रेतायुग की उसी याद को ताजा करने के लिए दीपोत्सव की शुरुआत हुई थी। दीपोत्सव के दिन दोपहर के बाद प्रभु राम, लक्ष्मण और सीता स्वरूप बने मंचीय कलाकार हेलीकॉप्टर से लैंड करते हैं। उनके स्वागत के लिए पूरी अयोध्या और तमाम लोग वहां मौजूद रहते हैं। दीपोत्सव के दौरान अयोध्या को 23 अक्टूबर 2022 को 4 हजार करोड़ की 66 परियोजनाओं की सौगात मिलेगी। हालांकि इससे पहले भी अयोध्या को बीते वर्षों में विकास के नाम पर बहुत कुछ मिला है।
अयोध्या को पहले भी मिली कई सौगात
* अयोध्या, काशी और मथुरा के लिए सरकार ने विशेष सुरक्षा बल गठन के लिए दिए 276 करोड़ 77 लाख।
* रामजन्मभूमि अयोध्या तक पहुंच मार्ग निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपए की व्यवस्था।
* अयोध्या में जन सुविधाओं के विकास और पार्किंग निर्माण के लिए 200 करोड़ 70 लाख।
* ऐतिहासिक और धार्मिक रूप में महत्वपूर्ण सूर्य कुंड विकास के लिए 140 करोड़।
* सीमेंट केंद्र के निर्माण और संयंत्र खरीद के लिए 35 करोड़।
* पिछले बजट में अयोध्या के लिए 140 करोड़ का प्रावधान किया गया।
* संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले गरीब छात्रों को गुरुकुल व्यवस्था के तहत निशुल्क छात्रावास और भोजन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई।
* अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
* अंतर्राज्यीय बस अड्डे के विस्तार के लिए 9 करोड़ अतिरिक्त भूमि का हस्तांतरण।
* 5600 करोड़ रुपए की लागत की फोर लेन बाईपास(रिंग रोड) का निर्माण।
* 84 कोसी परिक्रमा के खंडों में 3100 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास।
* सरयू नदी के तटों को जोड़ने के लिए आईकॉनिक पुल।
* 2100 करोड़ रुपए की लागत से अयोध्या-अकबरपुर व अयोध्या सुलतानपुर टू लेन मार्ग को फोर लेन करने का निर्ण।
* 300 करोड़ रुपए की लागत से सूर्यकुंड स्थित रेलवे सम्पार 105 पर एफओबी स्वीकृत।
* 5 करोड़ की लागत से 216 लोगों की क्षमता का अत्याधुनिक प्रेक्षागृह का निर्माण।
* 40 करोड़ की लागत से राम की पैड़ी का रीमॉडनिंग कार्य।
* 10 करोड़ की लागत से श्मशानघाट का विस्तार और सोन्दर्यीकरण।
* 133 करोड़ रुपए की लागत से रामायण सर्किट की विभिन्न परियोजनाओं का कार्य पूर्ण।
* विजन डॉक्यूमेंट के अंतर्गत प्रस्तावित 87 करोड़ रुपए की लागत से सुग्रीव किला श्री रामजन्मभूमि संपर्क मार्ग निर्माण कार्य प्रगति पर।
* 1250 एकड़ की बजाए 1450 एकड़ में आकार लेती टाउनशिप योजना।
भक्त भी कर रहे सहयोग
राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही हर भक्त अपने सपनों को साकार होता देख रहा है। भक्त भी अपने-अपने स्तर पर कई तरह के सहयोग कर रहे हैं। मंदिर निर्माण के लिए 15 जनवरी से 27 फरवरी 2021 तक समर्पण निधि अभियान भी चलाया गया था। इश अभियान में 9 लाख कार्यकर्ताओं ने 175 टोलियां बनाकर घर-घर जाकर 10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया। रिपोर्टस के अनुसार इस अभियान में 5000 करोड़ से अधिक का समपर्ण हो चुका है। श्रीराम मंदिर निर्माण में हो रहे खर्च के बाद 3500 करोड़ से अधिक की धनराशि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के बैंक खाते में जमा है। इसी के साथ तकरीबन 4 कुंतल चांदी और कुछ सौ ग्राम सोना भी रामभक्तों ने दान दिया है। भक्तों से मिले इस सोने चांदी के सामान को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लॉकर में सुरक्षित तौर पर जमा कर दिया गया है। स्टेट बैंक के अतिरिक्त पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा में भी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का खाता है। इसमें भी समर्पण निधि की राशि जमा होती है।
दिसंबर 2024 तक पूरे हो जाएंगे ये प्रोजेक्ट
* रेलवे स्टेशन- 350 करोड़
* सरयू तट पर 13 किमी का विकास कार्य - 2000 करोड़
* 65 किमी रिंग रोड - 2588 करोड़
* पंचकोसी परिक्रमा मार्ग- 289 करोड़
* 200 करोड़ की लागत से ब्लूरोड का निर्माण।
* ग्रीन फील्ड सिटी - 10 हजार करोड़
* श्री राम इंटरनेशनल एयरपोर्ट- 5 हजार करोड़
* पर्यटन केंद्र- 275 करोड़।
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