सार

चंदौली में अचानक आसमान से नोटों की बारिश शुरू हो गई। नोटों को लूटने के लिए लोगों की होड़ लग गई। लोग नोटों को पाने के लिए एक दूसरे को धक्का दे रहे थे। तभी लोगों ने ये देखा कि नोट एक ऑटो रिक्शा से उड़ाए जा रहे थे। काफी देर बाद लोगों को माजरा समझ में आया और लोगों ने नोटों को उड़ाने वाले दो युवकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया

चंदौली(Uttar Pradesh ). चंदौली में अचानक आसमान से नोटों की बारिश शुरू हो गई। नोटों को लूटने के लिए लोगों की होड़ लग गई। लोग नोटों को पाने के लिए एक दूसरे को धक्का दे रहे थे। तभी लोगों ने ये देखा कि नोट एक ऑटो रिक्शा से उड़ाए जा रहे थे। काफी देर बाद लोगों को माजरा समझ में आया और लोगों ने नोटों को उड़ाने वाले दो युवकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। 

दरअसल मामला चंदौली के पीडीडीयू नगर कोतवाली क्षेत्र के चौरहट चौराहे का है। चौराहे पर एक ऑटो से अचानक हुई नोट की बरसात से लोग अचंभित हो गए। आसमान से गिरते नोट को लूटने में लोग जुट गए। तभी एक आटो से दो व्यक्ति सरदार के वेश से निकल कर भागने लगे। दोनों युवक एक घर में चोरी कर के भागे थे। लेकिन लोगों से घिरता देख उन्होंने नोट हवा में उड़ाने शुरू कर दिए। हांलाकि नोटों को पाने की ललक में लोगों का ध्यान उनसे जरूर भटका लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया गया और पुलिस को सौंप दिया गया। 

चाभी बनाने के बहाने घर में घुसे थे ठग 
मंगलवार की शाम वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के रामपुर वार्ड में दो युवक चाबी बनाने के लिए घूम रहे थे। यहीं के रहने वाले इम्तियाज ने अपने मोटरसाइकिल की चाबी बनवाई। इस पर दोनों व्यक्तियों ने घर के अन्य आलमारी या बाक्स की चाबी बनवाने की बात कही। जिसके बाद इम्तियाज की मां नजमा ने घर के आलमारी की चाबी की डुप्लीकेट बनाने को दिया। जिसे बनाने के बहाने दोनों घर में रखी आलमारी तक पहुंच गए। इसी दौरान मौक़ा पाकर दोनों ने आलमारी में रखा एक लाख रूपया पार कर दिया। और चाभी अगले दिन बनाने की बात कह कर निकल गए। घर वालों को शक हुआ तो उन्होंने आलमारी खोल कर देखा। जिसमे से रुपए गायब थे। जिसके बाद उनका पीछा किया गया। 

ऑटो से भागने की फिराक में थे दोनों ठग 
इम्तियाज व उसके घर वाले मोटरसाइकिल से दोनों को खोजने निकले। पूछताछ के दौरान पता चला कि दोनों पड़ाव जाने वाले आटो में बैठ कर गए हैं। परिजनों ने भी पीछा किया और जाम के कारण आटो चौराहे पर फंसी हुई थी। जहां ठगों को देखते ही परिजन पहचान गए। पकड़े जाने के भय से ठगों ने रुपये उड़ा दिया। जिससे लोग नोटों को लूटने के चक्कर में सड़क पर आ जाए और उनका पीछा न किया जा सके। लेकिन इसके बावजूद लोगों ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।