सार
यूपी के रामपुर में स्थित जौहर यूनिवर्सिटी में चोरी का सामान बरामद किए जाने के बाद पुलिस ने कोर्ट से सर्च वारंट मांगा था। वहीं कोर्ट के आदेश पर यूनिवर्सिटी का निरीक्षण करने पहुंचे एडीएम की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस के प्रार्थना पत्र पर फैसला किया जाएगा।
रामपुर: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी में सोमवार को अपर जिलाधिकारी (एडीएम) वित्त एवं राजस्व हेम सिंह फोर्स के साथ पहुंचे गए हैं। इसके बाद टीम ने वहां का निरीक्षण करना शुरूकर दिया है। चोरी का माल कहां-कहां छिपा है यह पता लगाने के लिए टीम यूनिवर्सिटी पहुंची है। एडीएम द्वारा सौंपी जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट यह तय करेगी कि पुलिस को यूनिवर्सिटी में सर्च अभियान चलाने की अनुमति दी जाए या नहीं। एक वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने विधायक अब्दुल्ला आजम के दो दोस्तों अनवार और सालिम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने छापा मारकर कई चीजें की थी बरामद
बता दें कि अनवार और सालिम का जुआं खेलते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद सिविल लाइंस पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। मामले की जांच में पता चला कि दोनों युवक अब्दुल्ला आजम के दोस्त हैं। इन दोनों से पूछताछ करने पर पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई। जिसके बाद पुलिस ने अनवार और सालिम की निशानदेही पर यूनिवर्सिटी में छापा मारकर कई चीजें बरामद की थी। इस दौरान पुलिस को नगर पालिका की सफाई मशीन और मदरसा आलिया से चोरी की गई किताबें भी मिली थीं।
कोर्ट से मांगा था सर्च वारंट
इसके बाद पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं नगरपालिका के दो कर्मचारियों को अभिलेख जलाने का आरोप में जेल भेजा है। ऐसे में पुलिस उम्मीद जता रही है कि यूनिवर्सिटी में और भी माल बरामद हो सकता है। पुलिस ने इस मामले की जांच करने के लिए कोर्ट से सर्च वारंट मागा है। लेकिन कोर्ट ने सर्च वारंट जारी करने से पहले जिलाधिकारी से तीन मजिस्ट्रेटों का पैनल मांग लिया। अब इस मामले की जिम्मेदारी अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व हेम सिंह को सौंपी गई है।
रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा फैसला
यूनिवर्सिटी पहुंचने के बाद एडीएम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कहां-कहां चोरी का माल मिलने की उम्मीद है। इस दौरान उनके साथ सिटी मजिस्ट्रेट सत्यम मिश्रा, उप जिलाधिकारी सदर निरंकार सिंह और फोर्स भी मौजूद है। एडीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी फिलहाल वह निरीक्षण कर रहे हैं। इसके बाद कोर्ट को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही कोर्ट पुलिस के प्रार्थना पत्र पर कोई फैसला लेगी।
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