सार
यूपी के गाजियाबाद में एक बिजनेसमैन ने पहले अपने 2 बच्चों की गला घोंट हत्या की, उसके बाद अपनी दो पत्नियों के साथ अपार्टमेंट की 8वीं मंजिल से छलांग लगा जान दे दी। मृतकों की पहचान गुलशन (45), परवीन (43), संजना (38), कृतिका (18) और रितिक (13) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है दो करोड़ रुपए के चलते फैमिली ने ऐसा कदम उठाया।
गाजियाबाद (Uttar Pradesh). यूपी के गाजियाबाद में एक बिजनेसमैन ने पहले अपने 2 बच्चों की गला घोंट हत्या की, उसके बाद अपनी दो पत्नियों के साथ अपार्टमेंट की 8वीं मंजिल से छलांग लगा जान दे दी। मृतकों की पहचान गुलशन (45), परवीन (43), संजना (38), कृतिका (18) और रितिक (13) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है दो करोड़ रुपए के चलते फैमिली ने ऐसा कदम उठाया।
क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार ने बताया कि मामला कृष्णा अपरा सफायर के फ्लैट नंबर A-805 का है। यहां रहने वाले गुलशन वासुदेव का जीन्स का बिजनेस था। करीब डेढ़ महीने पहले ही वो अपनी 2 पत्नियों और 2 बच्चों के साथ दिल्ली से इंदिरापुरम रहने आए थे। गुलशन और उसकी दो पत्नियों ने पहले सो रहे अपने बेटे ऋतिक और बेटी कृतिका की रस्सी से गला घोंट हत्या की। जब वे निढाल हो गए तो चाकू से दाेनों का गला रेत दिया। घर में पले खरगोश की भी गला मरोड़कर हत्या की गई। इसके बाद गुलशन ने अपनी दोनों पत्नियों के साथ 8वीं मंजिल से छलांग लगा दी, जिसमें तीनों की मौत हो गई।
चेक बाउंस की वजह से बिजनेसमैन ने खत्म की फैमिली
बताया जा रहा है कि गुलशन वासुदेव को बिजनेस में दो करोड़ का नुकसान हुआ था। उसके भाई हरीश ने आरोप लगाया है कि गुलशन के साढ़ू राकेश वर्मा ने उसके साथ धोखाधड़ी की। गुलशन ने राकेश वर्मा को 2 करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन उसने पैसे वापस नहीं किए। एक-दो बार पैसे वापस देने की कोशिश की तो राकेश वर्मा के चेक ही बाउंस हो गए। वहीं, अपार्टमेंट की दीवार पर लिखे सुसाइड नोट में भी राकेश वर्मा को उनकी मौत का जिम्मेदार बताया गया है। मौके से एक बाउंस चेक भी मिला है। पुलिस ने बताया, इसी बाउंस चेक के चलते गुलशन के परिवार की हालत खस्ता हो गई थी और उन्होंने इतना बड़ा फैसला ले लिया। जानकारी के मुताबिक, आरोपी साढू राकेश वर्मा चेक बाउंस के केस में पहले भी जेल जा चुका है।
पुलिस ने कही ये बात
एसएसपी ने कहा, सुसाइड नोट से यह मामला आत्महत्या का लग रहा है। परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। बिजनेस में काफी नुकसान हुआ था। बैंक का भी कर्ज था, जिसे गुलशन चुका नहीं पा रहा था। इसी कारण उन्हें शालीमार गार्डन की पॉश सोसायटी छोड़कर अक्टूबर में इंदिरापुरम शिफ्ट होना पड़ा था। फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जा रही है। घटना मंगलवार सुबह 5 बजे की है। अपार्टमेंट के गार्ड ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी।
जानें कैसे एक शख्स की वजह से खत्म हो गया पूरा परिवार
राकेश वर्मा ने गुलशन से पैसे लेकर एक प्रॉपर्टी में इनवेस्ट किए थे, लेकिन वो पैसे डूब गए। जब गुलशन ने पैसे वापस मांगे तो राकेश ने चेक दिया, जो कि बाउंस हो गए। बाद में राकेश के द्वारा पहले से किसी और को बेची जा चुकी प्रापर्टी का अग्रीमेंट गुलशन के लिए किया। इसको लेकर राकेश पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ और वो जेल भी गया। पैसे वापस नहीं मिलने की वजह से गुलशन परेशान रहने लगा और ऐसा कदम उठा लिया।