सार

जामिया उर्दू मेडिकल कॉलेज के रजिस्ट्रार और ओएसडी पर जबरन धर्म परिवर्तन करवाने का दबाव बनाने का आरोप लगा है। डीआईजी से शिकायत के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। 

अलीगढ़ (Uttar Pradesh). जामिया उर्दू मेडिकल कॉलेज के रजिस्ट्रार और ओएसडी पर जबरन धर्म परिवर्तन करवाने का दबाव बनाने का आरोप लगा है। डीआईजी से शिकायत के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। 

क्या है पूरा मामला 
क्वार्सी थाना क्षेत्र के नई आबादी कमला नगर के ररहने वाले कमल सिंह ने डीआईजी से लिखित शिकायत की है। जिसमें उन्होंने कहा, मैं करीब 10 साल से जामिया उर्दू मेडिकल कॉलेज में गार्डनर सुपरवाइजर के पद पर तैनात हूं। हर महीने पीएफ काटकर वेतन आता था। सितम्बर 2019 में रजिस्ट्रार शमुनरजा नकबी और ओएसडी फरहत अली खां ने मुझपर धर्म परिवर्तन के लिए दबाब बनाया। जब मैंने इसके लिए मना कर दिया तो दोनों ने मेरे वेतन पर रोक लगा दी।

धर्म परिवर्तन नहीं करवाने पर दी जान से मारने की धमकी
कमल कहते हैं, दोनों की धमकी के बावजूद मैं ड्यूटी पर जाता रहा, लेकिन मेरी हाजिरी नहीं लगती थी और न ही वेतन मिला। मैं कई बार रजिस्ट्रार और ओएसडी से इसको लेकर मिला, लेकिन हर बार धर्म परिवर्तन करने का दबाब बनाते हुए 15 दिन बाद वेतन आने की बात कहकर टाल दिया जाता। 24 दिसंबर की सुबह मैं पत्नी के साथ दोनों से मिलने गया, इसपर आरोपियों ने हम दोनों को धर्म परिवर्तन कराने के लिए कहा। यही नहीं, नौकरी से हटाने और पूरे परिवार को जान से मरवाने की धमकी भी दी। 

बीजेपी ने दी आंदोलन की धमकी
मामले में बीजेपी नेता मनोज शर्मा, रीता राजपूत समेत एक दर्जन नेताओं ने विरोध जताते हुए डीआईजी से मिलकर तत्‍काल कार्रवाई की मांग की है। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर रजिस्ट्रार और ओएसडी के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन होगा। 

पुलिस का क्या है कहना 
एसएसपी आकाश कुलहरि ने क्वार्सी थाने के इंस्पेक्टर को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, रजिस्ट्रार और ओएसडी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। एसएसपी ने कहा, अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।