सार

यूपी में आयकर विभाग की टीम ने नोएडा के सेक्टर 50 के बंगला नंबर ए-6 पर छापेमारी की थी।  ये बंगला यूपी पुलिस में डीजी अभियोजन रह चुके रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह का बताया जा रहा है।

नोएडा : यूपी के नोएडा में आयकर विभाग की टीम ने सेक्टर 50 में   डीजी अभियोजन रह चुके रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह के घर पर छापेमारी की है।  घर के बेसमेंट में आरएन सिंह के बेटे सुयश सिंह अपना लॉकर फर्म चलाते हैं। उनके पास करीब 600 लॉकर हैं। इस छापेमारी पर पूर्व आईपीएस ने अपना बयान जारी किया है।


जानिए इस पर क्या बोले पूर्व आईपीएस
इस बाबत पूर्व आईपीएस ऑफिसर राम नारायण सिंह ने कहा कि 'वो कानूनी तरीके से लॉकर चलाते हैं, उनसे इनकम टैक्स ने सम्पर्क करके जांच की और उसके साथ ही लॉकर्स की भी जांच की गई है। जहां से  5 करोड़ 77 लाख रुपये बरामद हुए है। वो राजनीति संबंध पर बोले कि मेरे राजनीतिक संबंध बताए जा रहे हैं, मेरी पत्नी की ये फर्म है जो बेटा चलाता है और कानूनी जरूरतों को पूरा करता है।'
उन्होंने आगे कहा कि हमारे भी दो लॉकर थे, उसकी जांच से अधिकारी संतुष्ट हैं, कुछ लॉकर धारकों ने चेकिंग में सहयोग नहीं किया है, उनके लॉकर की जांच सर्च वारंट लेकर की गई है, जो पैसा मिला है उसका संबंध हमसे नहीं है, बल्कि लॉकर धारको से है।

जानिए क्या है पूरा मामला
आयकर विभाग की टीम ने नोएडा के सेक्टर 50 के बंगला नंबर-ए-6 पर छापेमारी की थी। ये बंगला यूपी पुलिस में डीजी अभियोजन रह चुके 1983 बैच के रिटायर्ड आईपीएस राम नारायण सिंह का है। इस बंगले के बेसमेंट में राम नारायण सिंह की पत्नी और बेटा मानस वॉलेट्स के नाम से लॉकर्स किराए पर देते हैं।  पिछले पांच सालों से इसे सेफ्टी वॉल्ट में लॉकर लॉकर किराये पर दिया जा रहा है। आईपीएस ऑफिसर का कहना है कि ये उनका पुस्तैनी काम है। जांच के दौरान लॉकर लेने वालों की केवाईसी नहीं मिली है और वहीं कुच लॉकर में सामान मिला है उनके मालिक से पूछताछ जारी है।

बरेली में कार और ट्रक के बीच भीषण टक्कर, एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत, ऐसे हुआ दर्दनाक हादसा