सार

कोरोना के बाद से पर्यटकों की वापसी से रौनक लौटना शुरू हो गई। अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए करोड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे है। इसका मुख्य कारण है मंदिर का निर्माण होना। घरेलू पर्यटकों के साथ विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।

लखनऊ: कोरोना के दौरान पर्यटकों समेत सभी अपने-2 घरों में कैद हो चुके थे। लेकिन दो साल बाद लॉकडाउन हटने के बाद से लोग घरों से घूमने के लिए निकल रहे है। यानी की राज्य समेत देश के हर हिस्से में पर्यटकों की वापसी से रौनक लौट आई है। प्रदेश में भी लॉकडाउन के बाद पर्यटन उद्योग पटरी पर लौटने लगा है। जिससे न सिर्फ लोगों के व्यापार को मजबूती मिलेगी बल्कि पर्यटकों की संख्या बढ़ने से विभाग की बांछें खिल रही है।

धार्मिक स्थलों में पर्यटकों का आना हुआ शुरू
रामलला की जन्मभूमि अयोध्या में डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु रामलला दर्शन के लिए पहुंचे। दो साल के लंबे इंतजार के बाद और मंदिर के निर्माण के बाद से लोगों का रामलला के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन जाना हो रहा है। जबकि नवाबों के शहर लखनऊ में लखनवी विरासत से रूबरू होने के लिए 40 लाख से अधिक पर्यटक आए। इसी कड़ी में बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी व अन्य धार्मिक स्थलों पर भी पर्यटकों के आने से रौनक लौटनी शुरू हो गई है। जून की छुट्टियां शुरू होते ही इन आकड़ों में जमकर उछाल देखने को मिलेगा। राज्य में कुल 10 करोड़ 97 लाख 53 हजार 172 पर्यटक घूमने के लिए आए।

सालाना पर्यटकों से भी ज्यादा आए लोग
कोविड संक्रमण फैलने पर प्रदेश में पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया था जिसकी वजह से पर्यटन उद्योग ठप पड़ गया था। लेकिन अब चाहे घरेलू हो या विदेशी पर्यटकों की संख्या में हुई कमी अब पूरी होनी शुरू हो गई है। साल 2021 के आंकड़े से पर्यटन उद्योग की रौनक का अंदाजा लगाया जा सकता है। राजधानी में ही करीब  40 लाख 84 हजार 454 पर्यटक आए। इनमें रेजीडेंसी, इमामबाड़ों, पार्कों, जू आदि में बड़ी संख्या के घरेलू पर्यटक शामिल हैं। जबकि लॉकडाउन से पहले लखनऊ में सालाना 55 लाख पर्यटक आते रहे हैं।

अयोध्या में सबसे अधिक पर्यटक पहुंचे
वहीं रामलला में अयोध्या में नए आंकड़ों के अनुसार एक करोड़ 54 लाख 60 हजार 182 पर्यटक आए। जबकि गत वर्ष यह संखया 60 लाख 22 हजार 618 थी। लेकिन साल 2019 में दो करोड़ एक लाख 49 हजार 392 पर्यटक रामजन्मभूमि दर्शन के लिए आए थे। वहीं लखनऊ मंडल के नीमसार में एक लाख 31 हजार 250 पर्यटक पहुंचे। इसी तरह वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम दर्शन के लिए 30 लाख 78 हजार 479 पर्यटक पहुंचे। इनमें दो हजार 566 विदेशी पर्यटक शामिल रहे हैं। हालांकि वर्तमान में यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या काफी कम है। यह सिर्फ 920 दर्ज हुई है। अयोध्या में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे। अधिकारी इसकी वजह श्रीराम मंदिर निर्माण को मान रहे हैं।

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