सार
रिव्यू पिटीशन पर सभी पक्षकार हाजी महबूब, मो उमर, मौलाना मह्फुज़ुर्र रहमान टांडा और बादशाह खान के हस्ताक्षर होंगे।
अयोध्या (उत्तर प्रदेश) । बाबरी विध्वंस की 28वीं बरसी के दिन 6 दिसंबर को इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड राम मंदिर निर्माण के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल करेगा। बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने मीडिया से कहा कि रिव्यू पिटीशन राजीव धवन दाखिल करेंगे। हालांकि उनके साथ जफरयाब जिलानी भी मौजूद रहेंगे। रिव्यू पिटीशन पर सभी पक्षकार हाजी महबूब, मो उमर, मौलाना मह्फुज़ुर्र रहमान टांडा और बादशाह खान के हस्ताक्षर होंगे।
सुन्नी वक्फ बोर्ड और इकबाल अंसारी नहीं दाखिल करेंगे रिव्यू पिटीशन
अयोध्या मामला में सबसे बड़े पक्षकार सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दाखिल न करने का फैसला लिया है। 26 नवंबर को
लखनऊ में हुई बैठक में बहुमत से इस निर्णय पर मुहर लगा दी जा चुकी है। हालांकि बैठक में पांच एकड़ जमीन पर अभी कोई निर्णय
नहीं लिया जा सका है। इस पर राय बनाने के लिए सदस्यों ने और वक्त मांगा है। उधर बाबरी मस्जिद एक और पक्षकार इकबाल अंसारी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रिव्यू पिटीशन का विरोध किया है।
मुट्ठी भर लोग फैलाना चाहते हैं अशांति
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि पुनर्विचार याचिका भ्रमित करने वाली है। यह सौहार्द पसंद मुस्लिमों का अपमान है. हम चाहते हैं कि देश में शांति और सौहार्द बना रहे। मुट्ठी भर लोग अशांति फैलाना चाहते हैं।