सार

कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र से दो बार समाजवादी पार्टी से विधायक रहे हाजी रिजवान ने टिकट कटने के बाद भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव जरूर लड़ेंगे। कल इसको लेकर बिरादरी की एक बैठक भी बुलाई गई है। जिसमें कुछ अहम निर्णय लिए जाएंगे। 

लखनऊ: कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र से लगातार दो बार समाजवादी पार्टी से विधायक रहे हाजी रिजवान ने टिकट कटने के बाद भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि टिकट नहीं मिला तो कोई बात नहीं, लेकिन वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। शनिवार को बिरादरी की एक बैठक बुलाई जाएगी और इसी में घोषणा की जाएगी। इसके साथ ही बैठक में आगे की रणनीति पर भी चर्चा होगी। 

4 लाख मतदाता में 66 फीसद मुस्लिम वोटर 
कुंदरकी विधानसभा में 4 लाख मतदाता है। इसमें 66 फीसदी मुस्लिम हैं। हाजी रिजवान बीते दो बार से यहां से सपा के टिकट पर विधायक बन चुके हैं। 2007 में यहां से बसपा प्रत्याशी हाजी अकबर ने जीत दर्ज की थी। उससे पहले भी एक बार वह विधायक रह चुके हैं। तुर्क बिरादरी से आने के कारण हाजी रिजवान की अपनी बिरादरी में अच्छी पकड़ है। बावजूद इसके सपा ने इस बार कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र से जिया उर रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया है। इसका विरोध भी क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। टिकट कटने के बाद हाजी रिजवान ने जिले के तुर्क बिरादरी की बैठक बुलाई है। उनका साफतौर पर कहना है कि अभी सपा छोड़ी तो नहीं है लेकिन चुनाव तो लड़ना ही है।