सार

समाजवादी पार्टी को पीलीभीत सदर सीट पर पार्टी के नेताओं और समर्थकों की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। पार्टी की ओर से यहां दिवंगत पूर्व कैबिनेट मंत्री के परिवार को टिकट न दिए जाने से नाराजगी सामने आ रही है। समर्थकों ने पार्टी पर धोखा देने तक का आरोप लगा दिया है। वहीं डॉ. बुशरा ने ऐलान कर दिया है कि परिवार से कोई सदस्य चुनाव जरूर लडे़गा। 

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से पूर्व कैबिनेट मंत्री मरहूम हाजी रियाज अहमद (Riaz Ahmad) के बेटे को पीलीभीत सदर से उम्मीदवार न बनाए जाने पर नाराजगी सामने आई है। यह नाराजगी उनके समर्थकों द्वारा खुलकर प्रकट की गई। वहीं इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री की बेटी ने भी परिवार के सदस्य के विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में कहा जा रहा है कि सपा को इस सीट पर बगावत भारी पड़ सकती है। 

गौरतलब है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री के बेटे डॉ. शाने अली व दामाद मोहम्मद आरिफ ने पीलीभीत सदर सीट से सपा के टिकट के लिए आवेदन किया था। यह कयास लगाए जा रहे थे कि सपा उनके बेटे या दामाद में से किसी एक को टिकट जरूर देगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री की पत्नी आमना बेगम और उनकी बेटी डॉ. बुशरा ने हाफिज रहमत खां विधि महाविद्यालय में समर्थकों के साथ बैठक बुलाई। इस बैठक में काफी संख्या में समर्थक भी पहुंचे। 

समर्थकों ने लगाया धोखा देने का आरोप
मौके पर मौजूद लोगों की समाजवादी पार्टी के प्रति नाराजगी भी सामने आई। वहीं समर्थकों ने डॉ. शाने अली को चुनाव लड़ाने का फैसला भी वहां पर लिया। डॉ. बुशरा ने ऐलान किया कि परिवार के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरेंगे। हालांकि अभी तक यह नहीं तय हो पाया है कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे। वहीं मौके पर मौजूद समर्थकों का कहना है कि हाजी रियाज के परिवार के साथ पार्टी ने धोखा किया है।  

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