सार
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के तीन दिवसीय दौरे पर आठ अप्रैल को पहुंच चुके है। वहां पहुंचकर उन्होंने महायोग गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय निरीक्षण पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीडब्ल्यूडी आधिकारियों और ठेकेदार से कंस्ट्रक्शन की जानकारी ली। साथ ही काम के धीरे चलने पर उन्होंने जिम्मेदारों को फटकार भी लगाई।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय के दौरे पर गोरखपुर गए हैं। जहां वो एमएलसी को वोटिंग के साथ-साथ रामनवमी में गोरखनाथ मंदिर में उपसना भी करेंगे। इसके अलावा उन्होंने निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। राज्य के मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार यानी आठ अप्रैल को गोरखपुर के पिपरी में बन रहे प्रदेश के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान मिट्टी भराई का कार्य पूरा नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। सीएम ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि दो महीने में मिट्टी भराई का कार्य पूर्ण न होने और निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार का अपेक्षित प्रगति न दिखने पर कॉन्ट्रैक्टर व अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। कार्यों में देरी, माफियागिरी और अराजकता का रूप ले या फिर ऐसे लोग कोर्ट जाकर दबाव बनाने लगें, उसके पहले सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
अगस्त 2023 के अंत तक निर्माण कार्य विश्वविद्यालय का होगा पूरा
राज्य में विकास परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा कराने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर है। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय पहुंचते ही सीएम योगी ने पूरे परिसर पर निगाह दौड़ाई तो उन्हें मिट्टी भराई का कार्य अधूरा दिखा। जिसके बाद अधिकारियों के साथ उनका लहजा तल्ख हो गया। उन्होंने निर्माण विभाग के अधिकारियों और कॉन्ट्रैक्टर को फटकार लगाते हुए कहा कि मिट्टी भराई का जो काम अब तक पूरा हो जाना चाहिए था वह अब तक पूरा नहीं हुआ है। कुछ महीनों के बाद बरसात का सीजन आ जाएगा तब तो यह काम और नहीं होगा। 15 जून के बाद बरसात शुरू होते ही यहां पानी भर जाएगा। ऐसे में समय पर यह परियोजना कैसी पूरी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर देख पीडब्ल्यूडी के अधिकारी व कॉन्ट्रैक्टर तेजी में आ गए। उन्होंने सीएम योगी से कहा कि मई अंत तक हरहाल में मिट्टी भराई का काम पूरा हो जाएगा और अगले साल अगस्त तक निर्माण कार्य भी पूरा कर देंगे।
कुलपति बैठते है आईएएस-पीसीएस कोचिंग की बिल्डिंग में
आयुष विश्विद्यालय के निरीक्षण के दौरान ही सीएम योगी ने कुलपति से पूछा कि वह कहां बैठते हैं। तो कुलपति प्रोफेसर एके सिंह ने बताया कि प्रेमचंद पार्क के पास आईएएस-पीसीएस कोचिंग वाली बिल्डिंग में बैठते हैं। इसको सुनकर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पीडब्ल्यूडी से बात कर अपने आवास की व्यवस्था कराएं ताकि आईएएस-पीसीएस कोचिंग के छात्रों को कोई असुविधा न हो। कुलपति ने मुख्यमंत्री योगी को बताया कि अधिकारियों ने चार माह में आवास बनाकर देने को कहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वह कार्य प्रगति की जवाबदेही तय करें। शहर में सभी निर्माण कार्य में बिना रियायत के सख्त कार्रवाई करें। कार्य में देरी और अराजकता पैदा करने के लिए अक्सर लोग मिल जाते है इसलिए ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत हैं।
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