सार

वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नरिया इलाके में देर शाम अपने घर पहुंचे बेटे को 55 वर्षीय मां और 28 वर्षीय अपनी बहन का शव नग्न अवस्था में मिला। घटना के सामने आने के आबाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं, घर में दो शव मिलने की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

वाराणसी:  बुधवार को भगवान भोलेनाथ की नगरी कही जाने वाली काशी (Kashi) में हत्या से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया। जहां देर शाम अपने घर पहुंचे बेटे को 55 वर्षीय मां और 28 वर्षीय अपनी बहन का शव नग्न अवस्था में मिला। घटना के सामने आने के आबाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं, घर में दो शव मिलने की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती जांच में मां बेटी की हत्या की बात सामने आ रही है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि छोटे बेटे से मकान को लेकर महिला का विवाद चल रहा था। हालाकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। 

बेटे के घर पहुंचने पर नहीं खुला गेट, दरवाजा तोड़ने के बाद अंदर दिखी लाश
वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नरिया इलाके में एक मकान के कमरे में 55 साल की सुनीता पांडेय और उसकी 28 साल की बेटी दीपिका पांडेय की लाश मिली है। घटना की जानकारी तब हुई, जब मृतका का एक बेटा अंजनी बुधवार शाम घर आया था तो खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला। साथ ही, अंदर से दुर्गंध भी आ रही थी। अंजनी ने नरिया वार्ड के पार्षद कमल पटेल को सूचना दी। पार्षद कमल पटेल की सूचना पर लंका थाने की पुलिस आई। पुलिस दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसी तो सुनीता पांडेय का शव बेड रूम में जमीन पर पड़ा हुआ था। दीपिका पांडेय का शव बरामदे में पड़ा हुआ था।

3 जुलाई से घर के बाहर नहीं देखी गईं मां-बेटी
घटना की जानकारी के बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और कमरे में छानबीन की गई। घंटों चली छानबीन के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम भेज दिया और मृतक के छोटे पुत्र से पूछताछ की जा रही है।  पुलिस ने बताया कि यह पूरा घटना संपत्ति विवाद को लेकर माना जा रहा है। पुलिस ने इस घटनाक्रम को लेकर जब स्थानीय लोगों से बात चीत की तो उन्होंने बताया कि मृतका मां-बेटी अपने आस पड़ोस के लोगों से बहुत कम मतलब रखती थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों को 3 जुलाई के बाद घर के  बाहर नहीं देखा गया। वहीं, पुलिस का कहना है कि घर में पड़े न्यूज पेपर को भी देख कर ऐसा लगा कि उन्हें 3 जुलाई से किसी ने नहीं उठाया है। इतना ही नहीं, मौके पर पहुंचे मृतका के बेटे अंजनी ने भी कहा कि वह आखिरी बार 3 जुलाई को घर आया था तो मां-बहन ठीक थी।

10 दिन से घर में बंद था शव, पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगी मौत की वजह
एडिशनल सीपी (क्राइम / हेडक्वार्टर) संतोष कुमार सिंह ने बताया कि शव लगभग 10 दिन पुराना है। लेकिन, यह स्पष्ट नहीं है कि शरीर पर किसी तरह की चोट लगी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट होगी। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि छोटे बेटे से मकान को लेकर महिला का विवाद चल रहा था। बड़ा बेटा अपने हिस्से की प्रॉपर्टी बेच चुका था। छोटा बेटा अपने हिस्से की प्रॉपर्टी बेचना चाहता था। बीती सात जुलाई को उसके खाते में एक लाख रुपए भी आए थे। घटना से जुड़े सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है।
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