सार

बसपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की करीब 100 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी को मेरठ पुलिस प्रशासन ने बुधवार 13 जुलाई को कुर्क कर लिया है। हाजी याकूब कुरैशी और उनके दोनों बेटे खरखोदा में दर्ज मुकदमे में फिलहाल फरार चल रहे हैं। 

मेरठ: उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद एक बार फिर अपराधियों, माफियाओं पर शिकंजा कसा जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा निर्देशों के बाद से प्रशासन ने कमर कस ली है। जिसके बाद से अवैध संपत्तियों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी बीच यूपी सरकार के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के खिलाफ अवैध रूप से मीट का कारोबार करने के मामले में उनकी करीब सौ करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क कर ली गई है। याकूब कुरैशी की मीट फैक्टरी पर कुर्की की कार्रवाई बुधवार की सुबह से ही शुरू हो गई थी। इसी कारण वश मीट की फैक्टरी को सील कर दिया गया था।

पशु कटान के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे याकूब 
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी को लेकर पुलिस ने बताया कि बिना अनुमति पशु कटान के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद से याकूब और उनका पूरा परिवार लंबे समय से फरार हैं। इस बात को लेकर कई बार उसके घर पर नोटिस भी चस्पा किया गया था। याकूब ने उच्च न्यायालय से राहत पाने की भी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। मेरठ के एएसपी चंद्रकांत मीणा ने इस मामले की जांच के आधार पर बताया कि अल फहीम मीटेक्स कंपनी की आड़ में याकूब का परिवार चार अलग अलग कंपनियां चला रहा था, जिससे टैक्स की चोरी की जा सके। दो कंपनी में याकूब का परिवार शेयर धारक है, जबकि अल फोजान कंपनी इमरान के बेटे फोजान के नाम पर है। 

31 मार्च को पुलिस ने 10 कर्मचारियों को रंगे हाथों दबोचा
गौरतलब है कि हापुड़ रोड स्थित याकूब कुरैशी की फैक्टरी में 31 मार्च की देर रात पुलिस ने अवैध तरीके से मीट की पैकिंग करते 10 कर्मचारियों को रंगे हाथों दबोच लिया था। इस मामले में याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान और फिरोज समेत 17 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था। पुलिस अधीक्षक (देहात) केशव कुमार का कहना है कि याकूब कुरैशी के घर पर कुर्की वारंट चस्पा किया गया था। इसमें अदालत ने याकूब को परिवार के साथ पेश होने का आदेश दिया था। याकूब की ओर से इस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद आज कुर्की की कार्रवाई की गई है।

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