सार
शाहजहांपुर का प्रत्याशी पर्चा निरस्त होने पर फूट-फूट कर रोने लगा। अधिकारी ने पर्चा निरस्त होने का जब प्रत्याशी को नोटिस रिसीव करने के लिए कहा तो प्रत्याशी बोला, अब उसकी मौत दस्तावेज रिसीव करेगी।
शाहजहांपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के सात चरणों के लिए प्रत्याशियों का नामांकन शुरू हो चुका है। सभी जगह के प्रत्याशी अपना-अपना नामांकन कराने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन शाहजहांपुर का प्रत्याशी पर्चा निरस्त होने पर फूट-फूट कर रोने लगा। अधिकारी ने पर्चा निरस्त होने का जब प्रत्याशी को नोटिस रिसीव करने के लिए कहा तो प्रत्याशी बोला, अब उसकी मौत दस्तावेज रिसीव करेगी। इतना ही नहीं प्रत्याशी ने अधिकारियों को अनपढ़ बताते हुए कहा, 2-2 घंटे अधिकारी फसाए रहते हैं।
बता दें कि संयुक्त विकास पार्टी से नगर विधानसभा से वैद्यराज किशन ने 25 जनवरी को नामांकन कराया था। शनिवार के दिन पर्चों की जांच की गई तो उसमें वैद्यराज किशन का पर्चा निरस्त हो गया। इसकी सूचना अधिकारी ने वैद्यराज किशन को दी तो वह नामांकन कक्ष के बाहर ही फूट-फूट कर रोने लगा। जिसे देखते हुए आस-पास लोग इकत्रित हो गए।
वैद्यराज किशन ने रोते हुए कहा कि सुबह 11 बजे बुलाया गया था। वह नियमित समय अनुसार वहां उपस्थित भी हुए, लेकिन उस समय कुछ नहीं बताया गया। अब जब समय निकल गया तो पर्चा निरस्त होने की बात बताकर दस्तावेज रिसीव करने को कह रहे हैं। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी सुरेश खन्ना पर आरोप लगाते हुए कहा, जिस दिन मैंने नामांकन कराया था, उस दिन सुरेश खन्ना ने भी नामांकन कराया था। मेरा पर्चा सुरेश के इशारे पर निरस्त किया गया है। मैं पांच दिन से खाना नहीं खाया। पर्चा निरस्त कर मुझे बर्बाद कर दिया। वैद्यराज किशन ने कहा, 'मैं मर जाऊंगा साहब, अब मैं नहीं बचूंगा।'
आपको बता दे कि यह वहीं संयुक्त विकास पार्टी के वैद्यराज किशन है जो इस बार महामारी के चलते अपना नामांकन PPE किट पहनकर करवाने पहुंचे थे। उन्होंने PPE किट पहनने का मकसद लोगों को और EVM मशीन को संक्रमण से बचाना बताया था। वो अब तक 19 चुनाव लड़ चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने अब तक नगर पालिका सदस्य, नगर पालिकाध्यक्ष, विधानसभा, लोकसभा तथा विधान परिषद सदस्य का चुनाव भी लड़ा हैं। वैद्यराज किशन हर चुनाव में अनोखे अंदाज में नामांकन कराने के लिए भी जाने जाते हैं। वो हर बार अलग-अलग अंदाज में नामांकन कराने जाते रहे हैं जैसे- अर्थी पर लेटकर, घोड़े पर बैठकर, दूल्हा बनकर, भैंसे पर बैठकर, यमराज बनकर इत्यादि।