सार
योगी सरकार ने प्रदेश में शिया और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में अनियमितताओं की सीबीआई जांच कराने का फैसला लिया है। गृह विभाग ने प्रयागराज और लखनऊ में दर्ज दो केसों के साथ प्रदेश में सेंट्रल वक्फ बोर्ड और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा अनियमित रूप से खरीदी-बेची और ट्रांसफर की गई संपत्तियों की सीबीआइ जांच कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा है।
लखनऊ (Uttar Pradesh). योगी सरकार ने प्रदेश में शिया और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में अनियमितताओं की सीबीआई जांच कराने का फैसला लिया है। गृह विभाग ने प्रयागराज और लखनऊ में दर्ज दो केसों के साथ प्रदेश में सेंट्रल वक्फ बोर्ड और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा अनियमित रूप से खरीदी-बेची और ट्रांसफर की गई संपत्तियों की सीबीआइ जांच कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा है। वहीं, शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने योगी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, हम सीबीआई को सभी सबूत देने को तैयार हैं। यही नहीं, उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल ने जमीन के एक मामले में सिफारिश के लिए फोन किया था।
राहुल गांधी पर लगाए ये आरोप
वसीम रिजवी ने वीडियो जारी कर राहुल गांधी पर आरोप लगाया है। जिसमें उन्होंने कहा, वक्फ बोर्ड की जमीन के एक मामले में सिफारिश के लिए राहुल का उनके पास फोन आया था। जिसमें विजय माल्या के खिलाफ शिकायत न करने की सिफारिश की थी। राहुल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के मोबाइल फोन से उनसे बात की थी। उन्होंने कहा, वक्फ की संपत्तियों की गलत तरीके से खरीद-फरोख्त में कुछ लोग शामिल थे। पुख्ता सुबूतों के साथ आरोपियों की एक लिस्ट तैयार की जा रही है। जिसे एक-दो दिनों में भारत सरकार और सीबीआइ को सौंपा जाएगा।
योगी सरकार के मंत्री पर भी लगाया आरोप
वसीम रिजवी ने राहुल के अलावा उस समय कांग्रेस में रहे वर्तमान में योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा पर भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, उस समय मोहसिन और उनके परिवार ने वक्फ की कई जमीनों को बेचा। यहां तक कि कब्रिस्तान तक को बेच डाला। बीजेपी में शामिल होने से पहले मोहसिन अपने केस की पैरवी के लिए वक्फ आया करते थे। बाद में उन्हें वक्फ का मंत्री बना दिया गया।