सार
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके छोटे भाई शिवपाल यादव ने नेताजी से जुड़ी कुछ यादें साझा की हैं। उन्होंने कहा कि नेताजी के फैसले को हमेशा मानते आए हैं और कोशिश करेंगे कि आगे भी उन्हीं के विचारधारा पर चला जाए।
इटावा: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को उनके पैतृक गांव सैफई में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान नेताजी के छोटे भाई शिवपाल यादव काफी भावुक नजर आए। वहीं बुधवार को मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई अभय राम यादव के घर पर शुद्धि संस्कार की सभी क्रियाएं पूरी करवाई गई। इस दौरान घर पर अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह, आदित्य यादव, धर्मेंद्र यादव, राजपाल यादव, तेज प्रताप यादव मौके पर मौजूद रहे। शिवपाल यादव ने अपने बड़े भाई मुलायम के साथ अपने संबंधों को लेकर बात की।
नेताजी के निधन के बाद यादव परिवार आया साथ
शिवपाल यादव ने कहा कि वह जीवनभर नेताजी द्वारा कही बातों को मानते रहे। उन्होंने बड़े भाई मुलायम को याद करते हुए कहा कि नेताजी उन्हें साइकिल पर बैठाकर स्कूल ले जाया करते थे। शिवपाल ने कहा कि हर मौके पर, हर मोर्चे पर हमारे द्वारा जो भी फैसले लिए गए हैं। वह सब बड़े भाई मुलायम सिंह के कहने पर ही लिए गए हैं। कभी भी नेताजी की किसी भी बात को टाला नहीं गया। नेताजी की कोई भी बात या किसी भी तरह की बात को मैंने नहीं टाला है। नेताजी के निधन पर पूरा यादव परिवार एक साथ आ गया है।
शिवपाल यादव ने नेताजी स जुड़ी यादें की साझा
इस सवाल पर शिवपाल ने कहा कि अभी इन सब बातों का वक्त नहीं है। जब जो सामने आएगा देखा जाएगा। वहीं संरक्षक की भूमिका पर उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे निभाया जाएगा। शिवपाल ने कहा कि हमारे साथ जितने भी लोग जुड़े हैं, जिनको सम्मान नहीं मिल रहा और जिनको कोई पूछ नहीं रहा। उन सबको एकत्र कर सबकी राय लेकर कोई भी फैसला किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि यूपी में हमारा भी दल है, जिस पर वह आगे फैसला करेंगे। शिवपाल ने कहा कि नेताजी हमारे पिता के समान थे।
नेताजी ने किसी को नहीं किया नाराज
वह जितनी सेवा नेताजी की कर सकते थे, उतनी उन्होंने की। उन्होंने आगे कहा कि नेताजी के बिना आज हमारे मन का संसार सिकुड़-सिकुड़ा सा लगता है। शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी के साथ जिसने भी काम किया, किसी को भी उन्होंने नाराज नहीं होने दिया। उन्होंने भी हमेशा मुलायम सिंह के रास्ते पर ही चलने का प्रयास किया है और आगे भी वैसा ही करेंगे। मुलायम सिंह की ही विचारधारा पर चलने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव ने भी कहा था कि वह नेताजी के जाने के बाद से कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं।