सार

मैनपुरी उपचुनाव में सपा को मिली बढ़त के बाद प्रसपा का सपा में विलय हो गया है। शिवपाल यादव ने यहां सपा का झंडा स्वीकार किया।

मैनपुरी: यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव को मिली ऐतिहासिक बढ़त के बाद प्रसपा का सपा में विलय हो गया है। अखिलेश यादव औऱ शिवपाल यादव सैफई में एक साथ नजर आए। यहीं पर ऐलान हुआ कि प्रसपा का सपा में विलय हो गया है। शिवपाल यादव ने यहां सपा का झंडा स्वीकार किया। 

बदला गया शिवपाल यादव की गाड़ी का झंडा

प्रसपा के सपा में विलय के ऐलान के साथ ही शिवपाल यादव की गाड़ी का झंडा भी बदल दिया गया है। समर्थकों ने शिवपाल यादव की गाड़ी पर से प्रसपा का झंडा हटाकर सपा का झंडा लगा दिया। समर्थकों ने कहा कि अब भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चाचा और भतीजे के एक साथ आने से हो सकता है कि 2027 से पहले ही प्रदेश से भाजपा का सफाया हो जाए। ज्ञात हो कि 2016 में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच नाराजगी सामने आई थी। इसके बाद 2018 में शिवपाल यादव की ओऱ से प्रसपा का गठन किया गया था। हालांकि 2022 मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में मिली बढ़त के बाद प्रसपा का सपा में विलय हो गया है। 

चाचा शिवपाल ने मैनपुरी की बढ़त को बताया था नेताजी के आदर्शों की जीत

डिंपल यादव को मैनपुरी उपचुनाव में मिली बढ़त को शिवपाल यादव ने नेताजी के आदर्शों की जीत बताया था। शिवपाल यादव ने कहा नेताजी ने जो विकास कार्य क्षेत्र में किए हैं उसी के चलते यह बड़ा अंतर संभव हो पाया है। चुनाव में अधिकारियों के दम पर बीजेपी ने जीत का प्रयास किया। जो भी मंत्री आते थे वह कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का प्रयास करते थे। उसी के चलते हमने (शिवपाल यादव) कहा था कि यहां किसी की रंगबाजी नहीं चलेगी। आगे भी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर हम काम करेंगे। निश्चित ही सपा आगे के चुनाव में जीत दर्ज करेगी।

कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे दोनों नेता

मैनपुरी उपचुनाव में बढ़त के बाद अखिलेश यादव नेताजी की समाधी स्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने मुलायम सिंह यादव का नमन किया। इसके बाद वह कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। यहां चाचा शिवपाल भी उनके साथ ही नजर आए। इस बीच अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। दोनों ही नेता यहां काफी देर तक एक साथ बैठे नजर आए। 

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