सार
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि कुछ उपद्रवियों की पहचान नहीं हो सकी है, उनके लिए पोस्टर बनाए गए हैं जो जल्द ही जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन पोस्टरों को सड़कों के किनारे लगाया जाएगा और सोशल मीडिया पर भी डाला जाएगा, जिससे इन शरारती तत्वों की पहचान हो सके।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज, सुलतानपुर समेत कई शहरों में हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं, जिसके बाद यूपी पुलिस ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी। वहीं अब प्रयागराज पुलिस शहर के अटाला और नुरुल्ला रोड पर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए पथराव की घटना को अंजाम देने वाले उपद्रवियों के पोस्टर जारी करने की तैयारी में जुट गई है।
जिन उपद्रवियों की पहचान नहीं हुई उनके लगेंगे पोस्टर- एसएसपी
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि कुछ उपद्रवियों की पहचान नहीं हो सकी है, उनके लिए पोस्टर बनाए गए हैं जो जल्द ही जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन पोस्टरों को सड़कों के किनारे लगाया जाएगा और सोशल मीडिया पर भी डाला जाएगा, जिससे इन शरारती तत्वों की पहचान हो सके। उन्होंने कहा कि पोस्टर में इन उपद्रवियों के ईंट पत्थर फेंकते, वाहनों में आग लगाते हुए हुए फोटो दिखाई दे रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि ऐसे लोगों को दुर्दांत अपराधी माना जा रहा है और इनकी पहचान सुनिश्चित करके इनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
दोबारा ऐसी घटना न हो इसके लिए पुलिस ने बनाया खास प्लान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिन लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो सकेगी, उनके खिलाफ वारंट जारी करने की कार्रवाई की जाएगी और उनको 107, 116 और अन्य धाराओं के तहत पाबंद कराया जाएगा। ऐसे लोगों के मकानों की कुर्की भी कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि आगामी शुक्रवार को फिर से ऐसी घटना ना हो, इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जा रहा है और प्रमुख धर्म गुरुओं से लगातार संवाद किया जा रहा है। किसी बेकसूर को जेल ना जाना पड़े, इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है जिसके सही गलत का आकलन करने के बाद ही गिरफ्तारी की जा रही है।
मोहम्मद जावेद के घर से मिला पर्चा होगा अहम सबूत
पुलिस महकमे की ओर से बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के मकान के ध्वस्तीकरण से पूर्व मकान की तलाशी के दौरान पुलिस को एक आधा फटा हुआ टाइपशुदा पर्चा मिला था। उन्होंने बताया कि पर्चे का मजमून कुछ इस प्रकार था, “सुनो साथियों, 10 जून को जुमा के दिन अटाला पहुंचना होगा। वहां इकट्ठा होना है, जो भी अड़चन बनेगा, उस पर वार करना होगा। हमें अदालत पर भरोसा नहीं है।” प्रकोष्ठ ने बताया कि इस पर्चे को पुलिस ने जब्त कर लिया है। यह एक अहम सबूत है और इसे तफ्तीश में शामिल किया जा रहा है।