सार
उत्तर प्रदेश में इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्कों की कमी को पूरा करने के लिए यूपी सरकार इन शहरों में खास सुविधा के साथ टेक्सटाइल पार्क बनाने जा रही है। जिसके लिए नोएडा में 150 एकड़ की जमीन का आवंटन भी किया जा चुका है। सरकार का मानना है कि प्रदेश में टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर में विस्तार की बहुत संभावनाएं हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही काफी तेजी से काम कर रहे है। बल्कि राज्य के हर विभाग के मंत्री योगी आदित्यनाथ के नक्शे कदम पर चल रहे है। यूपी सरकार अपने प्रयासों से राज्य को हर स्तर से पहले स्थान पर लाना चाहती है। इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार का मानना है कि टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर में विस्तार की बहुत संभावनाएं है। इसी वजह से यूपी में पूर्ण रूप से इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्कों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य में जल्द ही सात टेक्सटाइल पार्क खोले जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए नोए़डा में टेक्सटाइल पार्क बनाने के लिए 150 एकड़ जमीन का आवंटन भी किया जा चुका है।
इन शहरों में बनेंगे इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क
उत्तर प्रदेश सरकार की कोशिश है कि हाल के कुछ सालों में बांग्लादेश, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देश प्रमुख कपड़ा उत्पादकों के रूप में उभरे हैं। इसी वजह से सरकार की मंशा है कि इन देशों से आगे निकलना है। यूपी सरकार की योजना की तहत लखनऊ, मेरठ, आगरा, गोरखपुर, झांसी, वाराणसी और कानपुर रीजन में टेक्सटाइल पार्क खोले जाने की योजना पर काम चल रहा है। इन जगहों पर निजी क्षेत्र के सहयोग से इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे।
पार्कों में वेयरहाउसिंग सुविधाएं, रेडीमेड फैक्ट्री शेड-भूखंड, रॉ मैटेरियल बैंक, टूल रूम, टेस्टिंग और शोध व अनुसंधान के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर होगा। कर्मचारियों के लिए डॉरमेट्री या हॉस्टल, मशीनों की रिपेयरिंग के लिए दुकानें, ट्रक टर्मिनल व पार्किंग सुविधाएं, कौशल उन्नयन केंद्र, इनक्यूबेशन सेंटर, फैशन इंस्टीट्यूट व ट्रेनिंग सेंटर आदि होंगे। हथकरघा और वस्त्रोद्योग विभाग पार्क आदि बनाने वाले निवेशकों को आवश्यक सहयोग देने के साथ निजी औद्योगिक पार्कों के लिए घोषित राज्य सरकार की नीति के लाभ दिलाने में मदद करेगा।
152 कंपनियां टेक्सटाइल पार्क में लागएंगी फैक्ट्री
योगी सरकार 2.0 ने उत्तर प्रदेश के उत्तरी भाग को टेक्सटाइल हब बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में यमुना अथॉरिटी ने नोएडा में अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर (टेक्सटाइल पार्क) की स्थापना के लिए 150 एकड़ जमीन का आवंटन भी कर दिया गया है। नोएडा में जमीन आवंटन की वजह से उत्तर प्रदेश का पहला टेक्सटाइल पार्क यहीं बनने जा रहा है।
यूपी का पहला टेक्सटाइल पार्क नोएडा में बनेगा। टेक्सटाइल पार्क में कुल 152 कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगाएंगी। इन कंपनियों के आने से नोएडा में करीब 8365 करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट होगा। वहीं यह कंपनियां लगभग पांच लाख लोगों को रोजगार देंगी। सूत्रों के मुताबिक 2023 के पहले महीने में टेक्सटाइल और गारमेंट की 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। इन फैक्ट्रियों में लगभग दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
कालीन उत्पादन में यूपी की 90 फीसदी हिस्सेदारी
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश देश का तीसरा सबसे बड़ा कपड़ा उत्पादक राज्य है। राष्ट्रीय स्तर में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी कपड़ा उत्पादन में 13.24 फीसद है। सिल्क उत्पादन और हैंडलूम की संख्या के लिहाज से यूपी देश का पांचवा स्थान है। राज्य में 2.58 लाख हैंडलूम बुनकर और 5.5 लाख पावरलूम बुनकर हैं। यूपी में गैर लघु औद्योगिक क्षेत्र में 58 स्पिनिंग मिल और 74 टेक्सटाइल मिल हैं। कालीन उत्पादन में देश में यूपी की हिस्सेदारी 90 फीसद है।
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