साहब! मत मारो... बच्ची को लग जाएगी। पर वर्दी के रुआब में कोतवाल कहां सुनने वाले थे, दे दनादन बच्ची गोद में लिए बाप पर लाठियां बरसाते रहे और बच्ची को गोद से छीनकर उसे जीप में डालने लगे। गुरुवार को जिला अस्पताल में ओपीडी की तालाबंदी खुलवाने पहुंची पुलिस का यह क्रूर चेहरा सामने आया।

कानपुर देहात: अकबरपुर थाना क्षेत्र से एक वीडियो (Video) सामने आया है। जिसमें जिला अस्पताल के बाहर एक शख्स को पुलिस बर्बरता से लाठी मार रही है। शख्स की गोद में उसका 3 साल का मासूम भी है। वह बार-बार पुलिस से गुहार लगा रहा है कि बच्चे को लग जाएगी लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं। पिता को पिटता देख बच्चा भी चीख-चीखकर रो रहा है। वीडियो में पुलिस बच्चे को भी खींचती दिख रही है।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल (Video Viral) है। इसके चलते अकबरपुर पुलिस की काफी आलोचना हो रही है। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस की गाड़ी खड़ी है और उसी के पास खड़े एक शख्स की पिटाई हो रही है। लोकल पुलिस थाने का इंस्पेक्टर शख्स को दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से मार रहा है। वह शख्स गोद में अपने बच्चे को लिए हुए है।

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अकबरपुर जिला अस्पताल के बाहर की घटना

युवक बार-बार पुलिस को कह रहा है कि बच्चे को लग जाएगी सर। पुलिस शख्स का पीछा करती है और दूसरे पुलिसकर्मी उसकी गोद से बच्चा छीनने लगते हैं। इतने में वह कहता है कि 'मेरा बच्चा है। इसकी मां भी नहीं है।' घटना गुरुवार दोपहर को अकबरपुर के जिला अस्पताल के बाहर की है।

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एएसपी का हैरान कर देने वाला बयान

पूरी घटना पर कानपुर देहात पुलिस के एएसपी का बयान और भी ज्यादा हैरानी भरा है। एएसपी पुलिसकर्मियों के व्यवहार का बचाव करते नजर आए। पुलिस अधिकारी ने कहा कि 'चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ल ने 100-200 लोगों के साथ मिलकर अराजकता फैलाई और जिला अस्पताल की ओपीडी को बंद करा दिया। वीडियो में दिख रहा है शख्स रजनीश का भाई है। पुलिस के बार-बार समझाने के बाद भी वह मानने को तैयार नहीं था। ऐसे में पुलिस को हल्का बलप्रयोग करना पड़ा।'