सार
सीओ कोतवाली सत्येन्द्र तिवारी भी मौके पर पहुंचे थे। वहीं, पुलिस इस मामले में एक नई कहानी भी बता रही है। पुलिस के मुताबिक युवती को प्यास लगी थी डॉक्टर ने पानी देने के लिए मना किया था जिससे वह परेशान थी और उसकी हालत गंभीर बनी थी। शायद इसी मानसिक परेशानी की वजह से उसने ऐसा लिखा है।
प्रयागराज (Uttar Pradesh ) । मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एसआरएन अस्पताल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां भर्ती मिर्जापुर की एक युवती से गैंगरेप करने का आरोप लगा है। पीड़िता के भाई ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन के दौरान उसकी बहन के साथ गैंगरेप किया गया। देर रात जब उसको वार्ड में छोड़ा गया तो वह कुछ कहना चाह रही थी, लेकिन बोल न सकी। जब उसे कागज दिया गया तो उसने लिखकर बताया कि चार लोगों ने उसके साथ रेप किया है। वहीं, एसआरएन अस्पताल के डॉक्टरों पर गैंगरेप के लगे गंभीर आरोप की जांच के लिए दो जांच कमेटियों का गठन भी कर दिया गया है।
यह है पूरा मामला
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वायरल करने वाला पीड़िता का चचेरा भाई बताया जा रहा है, जिसका आरोप है कि आंत में समस्या के चलते उसने अपनी चचेरी बहन को 29 मई को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया था। एक जून की रात डॉक्टर उसका ऑपरेशन करने के लिए उसे ओटी में लेकर गए। ऑपरेशन के बाद लौटी युवती अचेत लग रही थी और कुछ कहना भी चाह रही थी। युवती को जब पेन और कागज दिया गया तो उसने कंपकंपाते हाथों से लिखा कि डॉक्टर अच्छी नहीं है, सब मिले हैं, कोई इलाज नहीं किया है और उसके साथ गंदा काम किया है।
पुलिस ने सुना रही नई कहानी
सीओ कोतवाली सत्येन्द्र तिवारी भी मौके पर पहुंचे थे। वहीं, पुलिस इस मामले में एक नई कहानी भी बता रही है। पुलिस के मुताबिक युवती को प्यास लगी थी डॉक्टर ने पानी देने के लिए मना किया था जिससे वह परेशान थी और उसकी हालत गंभीर बनी थी। शायद इसी मानसिक परेशानी की वजह से उसने ऐसा लिखा है।
दो जांच कमेटी गठित
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की संस्तुति पर सीएमओ ने बुधवार को जिला महिला अस्पताल डफरिन में युवती का मेडिकल भी कराया है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसपी सिंह ने इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्य डॉक्टरों की टीम गठित की हैय़ इस जांच टीम में डॉ वत्सला मिश्रा, डॉ अजय कुमार, डॉ अरविंद गुप्ता, डॉक्टर अमृता चौरसिया और डॉक्टर अर्चना कौलल को शामिल किया गया है।
(प्रतीकात्मक फोेटो)