सार
ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के निजी सचिव राजेंद्र ने बताया कि सांसद मैडम लॉकडाउन के समय किसी से भी मुलाकात नहीं कर रही हैं। वह पूरी तरह से आश्रम के अंदर रहते हुए लॉकडाउन का पालन कर रही हैं। आश्रम में बनी नंदनी गोशाला में करीब 25 गाय हैं, जिनकी सेवा में समय बिता रही हैं।
कानपुर (Uttar Pradesh)। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन किया गया है। हर कोई अपने ही घरों में रहकर काम करने को मजबूर है। लेकिन, फतेहपुर की सांसद व ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति कानपुर देहात के मूसानगर क्षेत्र में बने आश्रम में रह रही हैं। इस दौरान नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना करने के साथ पूरा समय आश्रम के कार्यों में व्यतीत कर रही हैं। नाश्ता आदि लेने के बाद आश्रम में ही वह हाथ से चलाने वाली चक्की से गेहूं पीसकर आटा बनाती हैं। इसके बाद रसोइयों के साथ दोपहर के भोजन आदि की तैयारी में जुट जाती हैं।
यह है दिनचर्चा
ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति लॉकडाउन के समय से अपने मूसानगर स्थित अच्युत ब्रह्मधाम आश्रम में रह रहीं है। भोर पहर करीब चार बजे जागने के बाद सबसे पहले वह अपनी नंदनी गोशाला में सफाई, गायों के लिए चारा पानी देने का काम करती हैं। इसके बाद बगीचे में पौधों को पानी देती हैं। यहां के कार्य से निवृत्त होकर स्नान के बाद वह नवरात्र में देवी मां की आराधना में एक घंटे बिताती हैं। इसके उपरांत प्रतिदिन की तरह योग करती हैं।
किसी से नहीं कर रही मुलाकात
ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के निजी सचिव राजेंद्र ने बताया कि सांसद मैडम लॉकडाउन के समय किसी से भी मुलाकात नहीं कर रही हैं। वह पूरी तरह से आश्रम के अंदर रहते हुए लॉकडाउन का पालन कर रही हैं। आश्रम में बनी नंदनी गोशाला में करीब 25 गाय हैं, जिनकी सेवा में समय बिता रही हैं।
नाश्ता करने के बाद पीसकर बनाती हैं आटा
ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति नाश्ता आदि लेने के बाद आश्रम में ही वह हाथ से चलाने वाली चक्की से गेहूं पीसकर आटा बनाती हैं। इसके बाद रसोइयों के साथ दोपहर के भोजन आदि की तैयारी में जुट जाती हैं। वह बताती हैं कि इस समय नवरात्र होने के कारण सुबह और शाम का समय मां की आराधना में व्यतीत हो रहा है।