सार

आरएसएस के तैयार कार्यक्रम के तहत आगामी दो वर्षों में सभी शहरी बस्तियों और न्याय पंचायतों में संघ का विस्तार किया जाएगा। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में संघ के सेवा कार्यों के कारण बड़ी संख्या में लोग संगठन से जुड़े। वहीं प्रबुद्ध वर्ग के ऐसे लोग भी संघ से जुड़े हैं जो सक्रिय रूप से नहीं जुड़ सकते हैं। 

लखनऊ: राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष 2024-25 तक प्रदेश की सभी न्याय पंचायतों तक शाखाओं का विस्तार करेगा। शाखाओं की संख्या बढ़ाने के साथ ही संघ की सामाजिक सरोकार और राष्ट्रवाद से जुड़ी गतिविधियों को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। यही नहीं शताब्दी विस्तारक अभियान भी चलाया जाएगा। इसके लिए संघ ने स्वंय सेवकों के साथ वैचारिक संगठनों के युवाओं से दो वर्ष संगठनों को देने का आह्वान किया है। 

कर्णावती में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में गत तीन दिन हुई बैठक में कई अहम बातों पर मंथन हुआ। इस दौरान बीते वर्ष में कार्यक्रमों का अनुमोदन करने के साथ ही आगामी वर्ष की कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी। बताया गया कि यूपी में अब तक तकरीबन 50 प्रतिशत से अधिक शहरी बस्तियों और इतनी ही न्याय पंचायतों में संघ के कार्यक्रम चल रहे हैं। 

दो वर्षों में होगा विस्तार 
तैयार कार्यक्रम के तहत आगामी दो वर्षों में सभी शहरी बस्तियों और न्याय पंचायतों में संघ का विस्तार किया जाएगा। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में संघ के सेवा कार्यों के कारण बड़ी संख्या में लोग संगठन से जुड़े। वहीं प्रबुद्ध वर्ग के ऐसे लोग भी संघ से जुड़े हैं जो सक्रिय रूप से नहीं जुड़ सकते हैं। लेकिन बौद्धिक, तकनीकि और आर्थिक सहयोग कर सकते हैं। योजना के तहत ऐसे सभी लोगों को किसी न किसी कार्यक्रम के जरिए सक्रिय रखा जाएगा। 

इस बीच राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण निधि अभियान की सफलता को लेकर सराहना भी हुई। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के सहित राष्ट्रवाद से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी विचार किया गया। वहीं इस बीच अवध और पश्चिम क्षेत्र के प्रमुख प्रचारकों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया। प्रतिनिधि सभा में यूपी चुनाव के परिणामों पर प्रशंसा जाहिर की। चुनाव के बाद सभी स्वंय सेवकों और वैचारिक संगठनों को शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों में सक्रिय करने का निर्णय लिया गया। 

गोरखपुर में योगी की होली के लिए खास प्लान तैयार, जानें सभी तैयारियां