सार

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि जांच में अगर जमात में शामिल लोग आतंकवादी निकलते हैं तो इन्हें तत्काल गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि अगर यह लोग आतंकवादी नहीं है तो उन्हें एकांत में डाल देना चाहिए ताकि कोरोना का संक्रमण देश में न फैलने पाए।

प्रयागराज (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर हर कोई परेशान है। इसी बीत साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि इसमें पाकिस्तान की भी साजिश हो सकती है। आशंका व्यक्त की है कि मौलाना साद के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हो सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सीएम योगी से इस पूरे मामले की जांच कराए जाने की भी मांग की है। 

लोग आतंकी हों तो मार देनी चाहिए गोली
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि जांच में अगर जमात में शामिल लोग आतंकवादी निकलते हैं तो इन्हें तत्काल गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि अगर यह लोग आतंकवादी नहीं है तो उन्हें एकांत में डाल देना चाहिए ताकि कोरोना का संक्रमण देश में न फैलने पाए।

महंत ने कही ये बातें
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि पाकिस्तान भारत से सीधे युद्ध में कतई जीत नहीं सकता है, इसलिए उसने यहां पर जिहादियों को भेजकर कोरोना के जरिए बड़ी साजिश को प्लांट किया है। हालांकि यूपी सरकार जमात में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कदम भी उठा रही है। उन्हें क्वारंटाइन करने के बाद उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज करा रही है। लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि आखिर लॉकडाउन के बावजूद मस्जिदें क्यों खुली हैं? महंत ने मौलाना साद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है।

यह है पूरा मामला
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पिछले महीने हुए धार्मिक आयोजन में देश-विदेश के लगभग 2 हजार लोग शामिल हुए थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच और दिल्ली सरकार की कार्रवाई के बाद इंडोनेशिया के 172, किर्गिस्तान के 36 और बांग्लादेश के 21 नागरिकों को क्वारेंटाइन किया गया है। बड़ी संख्या जमाती यूपी के अलग-अलग जिलों से पकड़े गए हैं।