सार
महिला और बच्चे की जान बचाने के बाद पुलिस तीनों को थाने लाई। इस दौरान बार-बार महिला कहती रही कि आखिर आपने क्यों बचाया, मुझे मर जाने देते। महिला के पति को भी बुलाया गया है। साथ ही मनोवैज्ञानिक के जरिए महिला को आत्मबल दिया जाएगा, जिससे आगे इस तरह का कदम न उठा सके।
कानपुर (Uttar Pradesh) । फिल्मी अंदाज में एक महिला शराबी पति से अक्सर विवाद से क्षुब्ध होकर अपने मासूम बेटे और बेटी को साथ लेकर खुदकुशी करने की नीयत से रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। इसी दौरान उसे देख किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पुलिस और सामने से आ रही मालगाड़ी को देख महिला अपने दोनों बच्चों को पटरी पर लेटाकर खुद ट्रेन की ओर दौड़ने पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस कर्मी भी जान की बाजी लगाते हुए रेलवे ट्रैक पर दौड़ पड़े और फिल्मी अंदाज में तीनों की जान बचा लिया।
शराब को लेकर पति-पत्नी में हुआ था झगड़ा
कुशीनगर निवासी मजदूर विनोद कुमार दस दिन पहले ही शहर आया है। परिवार में पत्नी संगीता, डेढ़ साल का बेटा धीरज व चार साल की बेटी उन्नति हैं। पुलिस के मुताबिक सनिगवां में किराए के मकान में रह रहा विनोद शराब का लती है। इससे उसका पत्नी से झगड़ा होता है। शनिवार दोपहर भी किसी बात पर दोनों में विवाद हो गया था।
रोते हुए देख लोगों ने किया था पुलिस को कॉल
झगड़े के बाद संगीता दोनों बच्चों संग बजरंग ग्राउंड के पास स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। वहां से गुजर रहे राहगीरों ने संगीता को रोते हुए रेलवे ट्रैक की तरफ जाते देखा तो संदेह हुआ। उसे समझाने का प्रयास किया पर नहीं मानी और ट्रैक पर पहुंच गई। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस पहुंच गई। यह देख संगीता दोनों बच्चों को पटरी पर लेटा खुद सामने से आ रही मालगाड़ी की तरफ भागने लगी। यह देखकर पुलिस कर्मियों ने दौड़कर तीनों को ट्रैक से किनारे किया। फिर संगीता को समझाकर शांत कराया।
थाने में बोली महिला क्यो बचाया, मुझे मर जाने देते
महिला और बच्चे की जान बचाने के बाद पुलिस तीनों को थाने लाई। इस दौरान बार-बार महिला कहती रही कि आखिर आपने क्यों बचाया, मुझे मर जाने देते। महिला के पति को भी बुलाया गया है। साथ ही मनोवैज्ञानिक के जरिए महिला को आत्मबल दिया जाएगा, जिससे आगे इस तरह का कदम न उठा सके।