सार


बालियान ने कहा, मैंने प्रशासन से खुद कहा है कि इस मामले में जो भी नाबालिग बच्चे हैं, उनके साथ नरमी से पेश आया जाए। उन्हें एक मौका दिया जाए। इसमें उन्हें ना फंसाया जाए।

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। केंद्रीय पशुपालन राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर शहर में हुए उपद्रव में मदरसों के छात्रों के शामिल होने पर सवाल उठाया है। कहा कि आखिर किन लोगों ने बच्चों को हिंसा करने भेजा? किसके कहने पर ये बच्चे हिंसा के लिए आगे आए? इसलिए पश्चिमी यूपी में देवबंद का मदरसों से जुड़े होने की वजह से उनकी भूमिका की भी जांच हो जानी चाहिए।

नाबालिगों के साथ नरमी से आना चाहिए पेश
बालियान ने कहा, मैंने प्रशासन से खुद कहा है कि इस मामले में जो भी नाबालिग बच्चे हैं, उनके साथ नरमी से पेश आया जाए। उन्हें एक मौका दिया जाए। इसमें उन्हें ना फंसाया जाए, लेकिन इतने लोग किसके कहने पर बाहर आए। किसी राजनीतिक पार्टी या धार्मिक संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। किसी ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली है तो इसकी भी जांच होनी चाहिए। वो इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से भी वार्ता करेंगे। 

ब्रेन वॉश करने वालों की होनी चाहिए जांच
कारगिल का रहने वाला यहां मदरसे में पढ़ रहा बच्चा भी उपद्रव में पत्थरबाजी करता पकड़ा गया। इसकी जानकारी कारगिल के सांसद ने उन्हें दी। उपद्रव के लिए आखिर इतनी भीड़ किसके कहने पर सड़कों पर उतरी, मदरसों के छात्रों का किसने ब्रेन वॉश किया था, इन सबकी जांच होनी चाहिए। 

उपद्रव में हुई थी एक की मौत
मुजफ्फरनगर में 20 दिसंबर को हुए उपद्रव में एक युवक की मौत हो गई थी। शहर के मीनाक्षी चौक के पास उग्र भीड़ ने प्रदर्शन कर पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की थी। उपद्रवियों ने शहर में करीब 51 वाहनों को आग के हवाले किया था। वहीं, अस्थायी पुलिस चौकी भी फूंक दी गई थी। 

(प्रतीकात्मक फोटो)