सार

उन्नाव मामले में मृतका के पिता ने सनसनीखेज खुलासा किया है। गैंगरेप पीड़िता के पिता ने उन्नाव पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है

उन्नाव(Uttar Pradesh ). उन्नाव मामले में मृतका के पिता ने सनसनीखेज खुलासा किया है। गैंगरेप पीड़िता के पिता ने उन्नाव पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है। यही नहीं उसने पूरे परिवार की हत्या किए जाने की आशंका जताई है। यही नहीं पीड़िता के पिता ने घटना वाले दिन घटना से पहले की कई अहम बातें बताया। 

जाने क्या है पूरा मामला 
5 दिसंबर को तड़के 4 बजे उन्नाव गैंगरेप पीड़िता मामले के पैरवी करने के लिए अकेले पैदल ही बैसवारा रेलवे हॉल्ट स्टेशन जा रही थी। वहां से उसे रायबरेली जाना था। घर से एक किमी दूर आरोपी शिवम व शुभम समेत पांच लोगों ने उसे घेर लिया। पांचो आरोपियों ने उसे पकड़ कर आग के हवाले कर दिया। बुरी तरह आग की लपटों में घिरी होने के बावजूद युवती दरिंदों से जान बचाने के लिए एक किलोमीटर तक दौड़ती चली गई। वहां पान की गुमटी के पास खड़े कुछ लोगों ने शोर मचाते हुए युवती पर कपड़ा डालकर आग बुझाई। इसके बाद पीड़िता ने एक व्यक्ति के मोबाइल से सुबह 4:46 बजे 112 नंबर पर पुलिस को खुद सूचना दी। जिसके बाद उसे अस्पताल जहां से हालत गंभीर देखते हुए उसे लखनऊ रिफर कर दिया गया। लखनऊ में भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ जिसके बाद उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां 40 घंटे तक मौत से संघर्ष करने के बाद उसकी मौत हो गई। 

पिता ने बताई घटना से पहले की हकीकत 
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के पिता ने घटना से पहले की हकीकत बयां किया। उन्होंने बताया कि बेटी हमेशा मामले की पैरवी को लेकर एक्टिव रहती थी। उसके साथ हुई हैवानियत में वह दोषियों को हर हाल में सजा दिलवाना चाहती थी। 5 दिसंबर की तड़के भी वह मामले की पैरवी जाए रही थी। एक बात को लेकर वह भी शॉक्ड थे कि हर बार वह जब मामले की पैरवी में जाती थी तो उसे व परिवार के हर शख्स को बताती थी। लेकिन इस बार जब वह मामले की पैरवी के लिए निकली तो किसी को बिना बताए घर से निकल गई। पिता के मुताबिक वह अपनी मां के पास सो रही थी। भोर में उठी और तैयार होकर बिना किसी को बताए वह अकेले पैदल ही निकल पड़ी। 

पिता ने कहा,पहले मारा फिर तेजाब डाल के जला दिया 
जिंदा जलाकर मारी गई गैंगरेप पीड़िता के पिता के मुताबिक किसी ने उसके घर से निकलने की सूचना आरोपियों को पहले ही दे दी थी। रास्ते में आरोपियों ने पहले बेटी को जमकर मारापीटा, फिर तेज़ाब डालकर जला दिया। उसके घर के पास रहने वाले एक होमगार्ड ने उसे सूचना दी तब उन्हें जानकारी हुई। 

उन्नाव पुलिस ने की लापरवाही इसलिए लालगंज में दर्ज करवाना पड़ा मुकदमा 
पीड़िता के पिता ने कहा कि उन्नाव पुलिस ने मामले में काफी लापरवाही बरती है। इसलिए मामला लालगंज में दर्ज करवाना पड़ा। कई बार थाने व अफसरों का चक्कर काटने के बाद भी उनकी फरियाद नहीं सुनी गई। मजबूरी में उन्हें रायबरेली के लालगंज में मामला दर्ज करवाना पड़ा। जिसके बाद बिहार थाने की पुलिस ने मुकदमा लिखा था। 

हैदराबाद मामले की तरह मार देनी चाहिए गोली 
पीड़िता के पिता ने पुलिस से हैदराबाद की घटना की तरह आरोपियों को गोली मार देने मांग की है। उसका कहना है कि उसकी बेटी को तो आरोपी मार ही चुके हैं। उसे कभी भी मार सकते हैं। ऐसे में सरकार से मांग है कि आरोपियों के साथ हैदराबाद की घटना जैसा सलूक किया जाए तभी बेटी को न्याय मिलेगा।