सार

यूपी के उन्नाव में हाल ही में जलाकर मारी गई गैंगरेप पीड़िता की बहन ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। उसका आरोप है कि बहन की मौत के बाद से पुलिस ने उसे और पूरे परिवार को नजरबंद कर दिया है। जिससे वो मानसिक तनाव में हैं। इसी वजह से उसने जान देने का फैसला किया।

उन्नाव (Uttar Pradesh). यूपी के उन्नाव में हाल ही में जलाकर मारी गई गैंगरेप पीड़िता की बहन ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। उसका आरोप है कि बहन की मौत के बाद से पुलिस ने उसे और पूरे परिवार को नजरबंद कर दिया है। जिससे वो मानसिक तनाव में हैं। इसी वजह से उसने जान देने का फैसला किया। 

क्या है पूरा मामला
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में जलाकर मारी गई गैंगरेप पीड़िता की बहन ने घर में फंदे पर लटककर जान देने की कोशिश की। सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों को जब इसकी खबर लगी तो उन्होंने घर की महिलाओं की मदद से उसे नीचे उतारा। बिहार एसओ विकास कुमार पांडेय ने बताया, 30 जनवरी को गंगा यात्रा थी। मृतका की बहन व उसके परिजन घर से निकलने की कोशिश कर रहे थे। जिन्हें सुरक्षा कर्मियाें ने साथ ले चलने के लिए कहा था। जिस पर युवती व उसके परिजनों ने पहले आत्मदाह की धमकी दी, फिर युवती ने आत्महत्या की कोशिश की। 

पिता ने की केंद्रीय सुरक्षा बल लगाने की मांग 
मृतका के पिता ने कहा, बेटी की मौत के बाद कमिश्नर, आईजी व डीएम ने लिखित रूप से मनचाही जगह पर दो आवास देने, दो शस्त्र लाइसेंस और एक बेटी को सी ग्रेड की नौकरी देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ। सारे वादे खोखले निकले। गांव में मेरे परिवार को जान का खतरा है। सुरक्षा में लगे पुलिस बल अपराधियों जैसा सलूक करते हैं। मैं केंद्रीय सुरक्षा बल लगाने की मांग करता हूं। 

जिंदा जलाई गई थी गैंगरेप पीड़िता 
बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 23 साल की गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार तड़के (5 दिसंबर) रेलवे स्टेशन जाते समय रास्ते में 5 आरोपियों ने ​जिंदा जला दिया था। 90 फीसदी झुलस चुकी पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने अंतिम संस्कार के बजाय पीड़िता के शव को दफनाया। पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।