उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया है। जिसके बाद नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार के बजट पर पहला रिएक्शन दिया है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को बजट पेश किया गया। योगी सरकार 2.0 का यह पहला बजट था, जिसको राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया। इस बजट को लेकर विपक्ष के ओर से समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये सरकार का छठा बजट था, लेकिन इस बजट में सब कुछ घटा है।

बजट पर अखिलेश की प्रतिक्रिया
सपा प्रमुख ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि "रोजगार केवल आंकड़ों में दिखता है। लेकिन गावों में युवा रोजगार नहीं मिलने से निराश हैं। सरकार ने जिनसे वादा किया था कि गेहूं, चावल, तेल और चन्ना देने का वादा किया था, लेकिन ये सब कहां हैं। सरकारी स्कूलों में बच्चों को किताब और ड्रेस का पैसा नहीं मिला है। उन्हें सही समय से मिड डे मिल में खाने की चीजें नहीं मिल पा रही हैं। देश में लागातर महंगाई बढ़ती जा रही है। किसान के गन्ने के भूगतान का तो सरकार बताती है, लेकिन कितना बकाया है ये नहीं बताती है।"

Scroll to load tweet…

अखिलेश ने रोज़गार को लेकर भी सरकार को घेरा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को रोज़गार को लेकर भी घेरा है, उन्होंने कहा कि "निजी चिनी मिलों में कितना भुगतान हुआ है ये नहीं बताया गया। ये बजट दिल्ली के बजट में जोड़कर बजट तैयार किया गया। पिछले पांच साल में लोगों के साथ केवल धोखा हुआ है। सवाल ये है कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी और रोजगार कब मिलेगा। जिला स्तर पर बने अस्पताल बर्बाद हो रहे हैं। सरकार केवल बेरोजगारी का आंकड़ा बताती है लेकिन रोजगार का आंकड़ा कभी नहीं बताती है।"

वाराणसी और गोरखपुर को बजट में मिली बड़ी सौगात, 100 करोड़ रुपए की धनराशि मेट्रो के लिए हुई पास

योगी 2.0 सरकार के पहले बजट की 10 बड़ी बाते, जानें किसको क्या मिला