सार

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने हिंदुत्व की रक्षा करने वाली पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए मठों, मंदिरों के महंतों, महामंडलेश्वरों को ह्विप जारी किया है। इसके लिए कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं। अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि प्रयागराज,अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट और काशी के संतों, पीठाधीश्वरों के साथ बैठकें कर रहे हैं। उनकी मानें तो सभी मठों को लगा दिया गया है।

प्रयागराज: यूपी विधानसभा चुनाव का दौर जारी है। सभी राजनीतिक पार्टियां सत्ता पाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रही हैं। मौजूदा बीजेपी सरकार की बात की जाए तो कहा जाता है कि भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व की रक्षा करने वाली पार्टी है। इसी कड़ी में विधानसभा चुनाव के लिए साधु संत ने भी मोर्चा खोल दिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से मठों,मंदिरों और महामंडलेश्वरों को व्हिप जारी कर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का निर्देश दिया गया है।

संतों ने हेल्पलाइन जारी की है, जिससे इंजीनियरिंग और प्रबंधन में माहिर संतों की टोली को जोड़ा गया है। यह संत भाजपा के पक्ष में प्रचार करने निकले हैं। इसमें अखाड़ा परिषद के संतों से लेकर जूना अखाड़ा और दंडीबाड़ा, आचार्यबाड़ा के भी संत शामिल हैं।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने हिंदुत्व की रक्षा करने वाली पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए मठों, मंदिरों के महंतों, महामंडलेश्वरों को ह्विप जारी किया है। इसके लिए कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं। अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि प्रयागराज,अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट और काशी के संतों, पीठाधीश्वरों के साथ बैठकें कर रहे हैं। उनकी मानें तो सभी मठों को लगा दिया गया है।

सनातन हिंदू संस्कृति की गरिमा को अक्षुण बनाए रखने के लिए संघर्ष करने वाले महामंडलेश्वरों की टोलियों का गठन किया गया है। उनके साथ संतों की टीमें गांव-शहर में लगातार कैंप कर रही है। महंत हरि गिरि के मुताबिक जूना अखाड़ा और निरंजनी अखाड़े के संतों की टीमें सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और हिंदू राष्ट्र के एजेंडे पर काम करने वाली पार्टी को जिताने के लिए मेहनत कर रही हैं। इसके लिए रणनीति बनाकर काम किया जा रहा है। 

100 अधिक टोलियां यूपी में लगाई गईं
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम के मुताबिक संतों की सौ से अधिक टोलियों को यूपी के अलग-अलग इलाके में प्रचार के लिए लगाया गया है। परिषद की यह टोलियां सिर्फ योगी आदित्यनाथ के लिए लगाई गई हैं। ब्रह्माश्रम कहते हैं कि अपराध और आतंकवाद की जड़ों को योगी ने जिस तरह से कमजोर किया है, उससे जनता का भरोसा बढ़ा हैै और यही वजह है कि संत योगी सरकार को फिर से लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते।

इसी तरह शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष और धर्म संसद के संयोजक स्वामी आनंद स्वरूप के नेतृत्व में साधु-संतों ने प्रचार के लिए हेल्प लाइन जारी की है। इस हेल्पलाइन से जुड़कर 36 युवा संतों की टीम दिन रात काम कर रही है। स्वामी आनंद स्वरूप बताते हैं कि स्वामी प्रबोध नंद, स्वामी सागर सिंधुराज, स्वामी विनोद महाराज को अलग-अलग इलाकों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन संतों के साथ कई मठों के युवा संन्यासियों को भी लगाया गया है, जो अयोध्या, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के साथ ही मथुरा की मुक्ति के लिए काम करने वाली पार्टी को जिताने के लिए लोगों से अपील कर रहे हैं।

संतों का नारा: मेरा वोट- अपराधियों पर चोट
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी प्रबंध समिति के अध्यक्ष स्वामी बिमल देव आश्रम भी प्रयागराज और आसपास के इलाकों में अपने शिष्यों के साथ कैंप कर रहे हैं। वह बताते हैं कि संतों की टोली अपने संपर्क अभियान में अधिक से अधिक मतदान कर ईमानदार सरकार चुनने की अपील कर रही है। संतों ने इस चुनाव में नारा भी दिया है। साधु-संतों की ओर से ‘मेरा वोट-आतंकवादियों पर चोट, मेरा वोट-अपराधियों पर चोट’के नारे लगवाए जा रहे हैं।

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