सार

धौरहरा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने 18 दिन तक समाजवादी पार्टी की साइकिल की सवारी करने के बाद बीजेपी में घरवापसी कर ली है। उन्होंने कहा कि  मैं पर्यटन पर गया था अब वापस आ गया हूं। बाला प्रसाद अवस्थी ने 18 दिन तक समाजवादी पार्टी की साइकिल की सवारी की। हालांकि इसके बाद वह फिर से बीजेपी में वापस आ गए। 

लखनऊ: भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले विधायक बाला प्रसाद अवस्थी सोमवार को फिर से भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने पार्टी कार्यालय पहुंचकर भाजपा की सदस्यता ली। समाजवादी पार्टी में जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मैं पर्यटन पर गया था अब वापस आ गया हूं।

इस दौरान समाजवादी पार्टी के एमएलसी रमेश मिश्रा को भी भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। जनवादी पार्टी के छोटे लाल चौहान ने भी इस दौरान भाजपा ज्वाइन की। वहीं सपा नेत्री कुसुम शर्मा भी भाजपा की सदस्य बनीं। सभी को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल करवाया गया। 

18 दिन की साइकिल की सवारी 
धौरहरा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने 18 दिन तक समाजवादी पार्टी की साइकिल की सवारी की। हालांकि इसके बाद वह फिर से बीजेपी में वापस आ गए। 

समाजवादी पार्टी से नहीं मिला था टिकट
कहावत है कि भंडारे में गए थे। तो वहां पूड़ियाँ खत्म हो गईं। बाहर निकले तो चप्पल चोरी हो गए। ऐसा की कुछ हुआ धौरहरा के भाजपा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी के साथ। भाजपा में टिकट कटता देख बाला प्रसाद अवस्थी भारतीय जनता पार्टी छोड़ टिकट की उम्मीद में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। शुक्रवार को सपा ने प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी की। तो बाला के हिस्से निराशा आई। बाला अपने बेटे राजीव अवस्थी लालू के लिए टिकट की मांग कर रहे थे। पर उनकी जगह सपा ने वरुण चौधरी पर दांव लगाया है। वरुण समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे पूर्व विधायक/मंत्री यशपाल चौधरी के बेटे हैं।

आपको बता दें कि यूपी चुनाव से पहले नेताओं का दलबदल अपने चरम पर हैं। बीते दिनों कई विधायकों ने पार्टी से नाराजगी के चलते दूसरी पार्टी का दामन थामा था। हालांकि इसमें से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने सोमवार को फिर भाजपा में घरवापसी कर ली। 
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