सार
यूपी चुनाव 2022 आजम खां के लिए बड़ी चुनौती है। भले ही रामपुर उनका गढ़ रहा है लेकिन यह चुनाव हमेशा की तरह आसान नहीं है। इस चुनाव के कठिन होने के कई कारण हैं, जिसमें प्रमुख हैं आजम की रामपुर की जनता से दूरी। इसी के साथ पूर्व में उन पर जो कार्रवाई हुई उसके बाद जनता इस चुनाव में आजम पर भरोसा करेगी यह भी बड़ा सवाल है।
रामपुर: यूपी चुनाव का दूसरा चरण बेहद दिलचस्प है। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खां के सामने 10वीं बार जीत दर्ज करने की चुनैती है। उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। आजम मौजूदा समय में सीतापुर जेल में बंद हैं और ऐसे में उनके सामने इस चुनाव में जीत दर्ज करना और भी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
क्या आजम बनाएंगे इस बार भी रिकॉर्ड
आजम खां 9 बार चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। सांसद होने के बावजूद वह दसवीं बार जेल में रहकर चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार फतेह हासिल हुई तो आजम दसवीं बार विधायक बनेंगे। इसी के साथ वह 18वीं विधानसभा में सर्वाधिक संसदीय अनुभव वाले विधायक के तौर पर बैठेंगे। आजम खां के सामने प्रत्याशी के तौर पर भाजपा से आकाश सक्सेना, बसपा से सदाकत हुसैन और कांग्रेस से काजिम अली खान मैदान में हैं।
दांव पर लगी आजम की साख
रामपुर सीट पर इस बार आजम की साख दांव पर मानी जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि यह चुनाव आजम खां की गैरमौजूदगी में हो रहा है। यह पहला चुनाव है जब आजम की अनुपस्थिति में रामपुर की जनता अपने वोट का इस्तेमाल कर रही है।
आजम के सामने यह है बड़ी चुनौती
आजम खान के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि यह चुनाव बिना उनके जनता से मुखातिब हुए हो रहा है। जाहिर तौर पर आजम लंबे समय से जेल में हैं और उनपर कई तरह के आरोप लगे हुए हैं। आजम की छवि को भी दर्ज मुकदमों के बाद काफी नुकसान हुआ था। जिसके बाद इस चुनाव में जनता उन पर भरोसा कर वोट करेगी यह भी बड़ी चुनौती है।
पत्नी और बेटा संभाल रहा था प्रचार
आजम पूर्व के चुनावों से पहले सुबह से लेकर शाम तक क्षेत्र की जनता के बीच रहते थे। हालांकि इस बार वह जेल में हैं और उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटा अब्दुल्ला प्रचार कर रहे हैं। अब्दुल्ला सुबह और रात में पिता के लिए जबकि दिन में अपने लिए चुनाव प्रचार करते हैं। जबकि तंजीन फातिमा महिलाओं के बीच जाकर आजम के लिए वोट अपील करती है। इस चुनाव में आजम को पत्नी और बेटे के प्रचार अभियान का कितना फायदा होगा इसका फैसला आज के मतदान में हो जाएगा।
रामपुर में आजम खां Vs आकाश सक्सेना
रामपुर में आजम खां को सबसे बड़ी चुनौती आकाश सक्सेना से मिल रही है। आकाश वहीं है जिन्होंने आजम खां के बेटे अब्दुल्ला की विधायकी रद्द करवाई थी। उन्होंने ही सबसे पहले अब्दुल्ला की गलत उम्र को लेकर एफआईआर करवाई थी।
योगी सरकार ने की थी आजम पर ताबड़तोड़ कार्रवाई
योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद आजम खां पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की। आजम खां को भू-माफिया घोषित किया गया। इसी के साथ जौहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीनों पर कब्जा करने के आरोप में उन पर 27 किसानों ने मुकदमें दर्ज करवाएं। इसके अतिरिक्त यतीमखाना प्रकरण में लूटपाट और मकान तोड़ने के आरोप में भी दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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