सार
पीलीभीत में अखिलेश यादव ने एक रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने काले कानून का जिक्र करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि काका गए हैं तो बाबा भी चले जाएंगे। ये शॉर्टफॉर्म इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि भाजपा वाले बहुत शॉर्टफॉर्म बना रहे हैं। काका मतलब काले कानून।
पीलीभीत: यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में कुछ घंटे ही शेष रह गए है। लेकिन राजनीतिक दल अन्य चरणों के प्रचार में जोरो से लगे हुए है। इसी कड़ी में पूर्व सीएम अखिलेश यादव पीलीभीत विधानसभा क्षेत्र में रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री तो बिजली कारखानों के नाम भी नहीं ले पाते हैं। जो बिजली कारखानों और बिजली यूनिट का नाम नहीं ले पाते हैं वो बिजली क्या देंगे।
अगर काका गए तो बाबा जरूर जाएंगे
समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने किसान कानून वापस लिए जाने पर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'हमें सावधान रहना पड़ेगा। हम जानते हैं कि अगर काका गए हैं तो बाबा भी चले जाएंगे। ये शॉर्टफॉर्म इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि भाजपा वाले बहुत शॉर्टफॉर्म बना रहे हैं। काका मतलब काले कानून।' योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि पैदल-पैदल तो पहले ही कर दिए गए थे, अब चुनाव लड़ने भी अपने घर पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश का किसान, नौजवान और व्यापारी इस बार भाजपा को साफ कर देंगे।
डीजल पेट्रोल किया मंहगा
अखिलेश यादव कहते है कि ये लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है। यह सरकार ऐसी है जिसमें किसी की परवाह नहीं है। हमने और आपने जलियांवाला बाग की कहानी कितनी बार सुनी होगी। आजाद भारत में अगर दोबारा ऐसी घटना हुई तो लखीमपुर में हुई जहां किसानों को जीप से कुचल दिया गया। ना सिर्फ लखीमपुर में किसानों की जान गई बल्कि दिल्ली में भी किसानों को दबाने के लिए बोल्डर लगाए गए उनके ठिकानों पर छापे मारे गए और जगह-जगह निकलते थे तो बैरिकेडिंग की गई। लेकिन सरकार को पीछे हटना पड़ा हमारे किसान भाई झुके नहीं। बीजेपी के लोग कहते थे कि गरीब और चप्पल पहनने वालों को हवाई जहाज में चलाएंगे याद है कि नहीं याद है और जब से डीजल पेट्रोल महंगा किया है हमारे किसानों की कोई गाड़ी नहीं चल सकती हमारे नौजवानों की मोटरसाइकिल नहीं चल पा रही है।
बाबा का पंसदीदा जानवर लोगों को मार रहा टक्कर
अगर काका (काले कानून) चले गए तो बाबा भी चले जाएंगे। पैदल तो पहले ही कर दिए गए थे, चुनाव लड़ने के लिए अपने घर भेज दिए गए उत्तर प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी को माफ नहीं करेगी उत्तर प्रदेश का किसान भाजपा को साफ करेगा। हमारे किसानों को रात भर रखवाली करनी पड़ रही है खेतों की। हमारे बाबा मुख्यमंत्री का पसंदीदा जानवर लोगों की टक्कर मारकर जान ले रहा है। इसीलिए सपा ने तय किया है कि सरकार बनने पर अगर साँड़ के टक्कर से किसी की जान जाएगी तो उनके परिवार को 5 लाख दिया जाएगा।
लोगों से की वोट अपील
अखिलेश यादव ने जनसभा की शुरूआत सबसे पहले अहमद हसन का जिक्र करते हुए जनसभा की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि अहमद हसन जी हमारे बीच नहीं रहे। अहमद हसन जी ने नेता जी और सपा का साथ कभी नहीं छोड़ा, चाहे नौकरी में रहे हों या नौकरी के बाद। पीलीभीत के लोगों से अपील है सभी सीटें जिताकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनाएं। मुझे पूरा भरोसा है कि जब तीसरे और चौथा चरण का जब मतदान होगा सपा गठबंधन की एक और सेंचुरी लग चुकी होगी, मतलब जनता सपा गठबंधन को बहुमत दे चुकी है।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।