सार
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सिद्धार्थनगर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग ABCD सुना रहे है। हमने भी तय कर लिया जो अंग्रेजी सिखा रहे तो हम हिंदी सिखाएंगे। काका गए तो बाबा भी जाएंगे। काका मतलब काला कानून।
सिद्धार्थनगर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चार चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। राज्य में पांचवे चरण का मतदान 27 फरवरी यानी रविवार को होना है। जिसके लिए सभी पार्टियों ने जोर-शोर से प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पांचवे चरण का प्रचार शुक्रवार की शाम से थम गया है। लेकिन राजनीतिक दलों ने बाकी दो चरणों में चुनाव प्रसार को तेज कर दिया है। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सिद्धार्थनगर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग ABCD सुना रहे है। हमने भी तय कर लिया जो अंग्रेजी सिखा रहे तो हम हिंदी सिखाएंगे। काका गए तो बाबा भी जाएंगे। काका मतलब काला कानून। बीजेपी वाले भाषा से ही खराब नहीं बल्कि नियत से भी खराब है। बीजेपी वालों का जितना छोटा नेता है, भाषा उतनी ही खराब है। नफरत की भाषा है, झगड़े की भाषा है भारतीय जनता पार्टी की।
बाबा मुख्यमंत्री को स्मार्ट फोन चलाना नही आता
समाजवादी पार्टी मुखिया ने सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री स्मार्ट फोन चलाना नहीं जानते, जो स्मार्ट फोन चलाना नहीं जानता वो इंटरनेट, टेकनॉलजी का महत्व नहीं समझते। भाजपा के एक मंत्री डोर टू डोर प्रचार कर रहे थे। इस दौरान वो पर्चा बांट रहे थे या थूक बांट रहे थे। भाजपा ने सपा के लोगों पर फर्जी मुकदमे लगवा कर फंसाने का काम किया। इस अन्याय और अत्याचार के लिए सिर्फ बाबा मुख्यमंत्री ज़िम्मेदार हैं। अखिलेश कहते है कि बीजेपी ने कहा कि जीएसटी लागू होने से कारोबार बढ़ेगा लेकिन ना कारोबार बढ़ा ना रोजगार मिला।
बीजेपी वालों ने बोरी चोरी करना सीखा
अखिलेश कहते है कि बाबा मुख्यमंत्री ने हमें दंगेश कहा है। अगर वो सही दंगेश देखना चाहते हैं तो सुबह उठें, धुआं ना उड़ाएं और शीशा देखें उन्हें असली वाला दंगेश दिखाई देगा। हम गठबंधन के लोग जातियां गिनवाना चाहते हैं। ये क्यों नहीं चाहते हैं। ये इसलिए नहीं गिनवाना चाहते हैं क्योंकि ये कागजों पर फर्जी पिछड़े हैं। असली पिछड़े नहीं हैं।
बाबा मुख्यमंत्री जबसे भाषण दे रहे है तो बोल रहे है कि हम 12 बजे सोकर उठते है। तभी से हमने उनके घर में भी नजर रखना शुरू कर दिया है। उनके घर और मेरे घर में सिर्फ एक दीवार का फासला है। हमने देखा कि उनके गर से धुंआ उड़ रहा है। बीजेपी वाले आ गए तो 200 रुपये में पेट्रोल बेचेगें। बीजेपी वालों ने बोरी की चोरी सीखी।
सपा गठबंधन की सरकार बनने जा रही
अखिलेश कहते है कि सपा सरकार बनते ही 11 लाख पदों को भरा जाएगा। शिक्षामित्रों को भी नौकरी देकर सम्मान बढ़ाने का काम करेगे। सबसे ज्यादा पद शिक्षा विभाग में खाली है। गोरखपुर जाने की तैयारी कर ली बाबा ने। 11 तारीख की टिकट बुक कर ली है लखनऊ से गोरखपुर के लिए। डबल इंजन की सरकान ने जो झूठ की पटरी बिछा रखी है, उसे उखाड़ फेकेंगे। सपा के आने के बाद यहां के धान और चावल को पहचान मिलेगी। यहां से ना केवल भाईचारे का संदेश जाता है बल्कि सदियों से यहां प्रेम का संदेश गया है। ये जोश और उत्साह भरोसा दिला रहा है कि इस बार गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। यह चुनाव यूपी की खुशहाली के लिए चुनाव है।
गौरतलब है कि पांचवें चरण में पांच मंडलों (अयोध्या, लखनऊ, चित्रकूट धाम, प्रयागराज व देवीपाटन) के 12 जिलों अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती व गोंडा में मतदान होना है। इन 61 सीटों में वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा 47, सपा पांच, बसपा तीन, अपना दल तीन, कांग्रेस एक व निर्दलीय दो सीटों पर जीते थे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पांचवें चरण के चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी हो गईं हैं। इस चरण में शामिल जिलों के अफसरों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव।