सार
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रवींद्र जायसवाल को आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद वोट डालने को मिला इसका मुख्य कारण ईवीएम खराब होना बताया गया है। मतदान में हुई देरी पर वो मतदान केंद्र के अधिकारी पर उखड़ गए। उन्होंने इस मामले की शिकायत डीएम से की है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Vidhansabha Chunav) का आज अंतिम चरण का चुनाव है। जिसके बाद पूरे राज्य में मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। उसके बाद सभी को 10 मार्च का बेसब्री से इंतजार होगा। अंतिम चरण के मतदान में यूपी सरकार के राज्यमंत्री और वाराणसी उत्तरी से प्रत्याशी रवींद्र जायसवाल ने अपने परिवार के साथ गवर्नमेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज, मलदहिया में वोट डाला। मतदान में हुई देरी पर वो उखड़ गए। उन्होंने कहा कि मतदान अधिकारी न जानबूझकर मशीन को बंद करने का आरोप लगाया है। ईवीएम खराब होने के कारण मंत्री रवींद्र जायसवाल करीब आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद वोट डाल पाए।
रवींद्र जायसवाल ने इस मामले की शिकायत डीएम से की है। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यहां ड्यूटी पर जो अधिकारी है उसने जानबूझकर बदमाशी की। विशेषज्ञों की टीम ने बताया कि ईवीएम में कोई खराबी नहीं है। 40 मिनट से मशीन का मुख्य बटन ऑफ कर रखा था। ये जांच का विषय है। जिलाधिकारी ने कहा है कि चुनाव का समय 40 मिनट बढ़ा दिया जाएगा।
शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के है खास इंतजाम
बता दें कि नौ जिलों में कुल 12,210 मतदान केन्द्र के 23,614 मतदेय स्थलों पर वोट डाले जा रहे हैं। सातवें चरण में कुल 548 आदर्श मतदान केंद्र और 81 पिंक बूथ बनाए गए हैं जिनमें ड्यूटी पर तैनात सभी कार्मिक महिला हैं। अंतिम चरण में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पर्याप्त संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती है। सभी जगह इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्धसैनिक बलों को सौंपी गई है। पड़ोसी राज्यों के साथ उप्र की सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है।
इन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला
सातवें चरण के मतदान में कई मंत्रियों की किस्मत का फैसला होगा। इनमें पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी (वाराणसी दक्षिण), अनिल राजभर (शिवपुर-वाराणसी), रविंद्र जायसवाल (वाराणसी उत्तर), गिरीश यादव (जौनपुर) और रमाशंकर पटेल (मड़िहान-मिर्जापुर) शामिल हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर सपा में गए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान (घोसी-मऊ) और भाजपा का साथ छोड़कर इस बार सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सुभासपा अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (जहूराबाद-गाजीपुर), गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी (मऊ सदर) और बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह (मल्हनी-जौनपुर) की उम्मीदवारी वाली सीट पर भी सातवें चरण में ही वोट डाले जाएंगे।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
यूपी चुनाव: मंत्री नीलकंठ तिवारी ने किया मतदान, कहा- आपका मत करेगा भाग्य निर्माण