सार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सभी चरणों के लिए मतदान हो चुका है। राज्य में सोमवार को सातवें और आखिरी चरण के लिए वोट डाले जा चुके हैं। वोटिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद एग्जिट पोल में देशबंधु के सर्वे पर सपाइयों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Vidhansabha Chunav) में सोमवार को मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। राज्य में सोमवार को सातवें और आखिरी चरण के लिए वोट डाले जा चुके हैं। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद अलग-अलग न्यूज चैनलों और एजेंसियों ने एग्जिट पोल की रिपोर्ट भी जारी कर दी। 11 अलग-अलग एजेंसियों के सर्वे में दावा किया गया कि यूपी में फिर से योगी आदित्यनाथ सरकार बनाने जा रहे हैं। एक एग्जिट पोल में सपा को पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है। एग्जिट पोल में देशबंधु के सर्वे पर सपाइयों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। 

सपा नेता एग्जिट पोल को बताने लगे झूठा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी दिन मतदान के बाद 12 एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किए। 11 सर्वे रिपोर्ट में दावा किया गया कि यूपी में एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ सरकार बनाने जा रहे हैं। इन सभी सर्वे में भाजपा को बहुमत से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। जैसे ही ये सर्वे आने शुरू हुए समाजवादी पार्टी के खेमे में मायूसी छा गई। टीवी चैनलों पर लाइव डिबेट में बैठे सपा नेता इन एग्जिट पोल को झूठा बताने लगे। लेकिन एक समय ऐसा आया, जब सपा की उम्मीदें भी जाग उठीं। 

एक सर्वे में सपा सरकार बनने का अनुमान
इंडिया टुडे एक्सिस, जी न्यूज, एबीपी सी वोटर, इंडिया टीवी ग्राउंड जीरो रिसर्च, इंडिया टीपी सीएनएक्स समेत 11 न्यूज चैनलों और एजेंसियों ने अनुमान जताया कि यूपी में भाजपा की सरकार बन रही है। वहीं, देशबंधु के सर्वे में दावा किया गया कि इस बार अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। इस सर्वे में भाजपा को 134 से 150 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। समाजवादी पार्टी के खाते में 228 से 244 सीटें दी गईं हैं। बसपा को 10 से 24 और कांग्रेस को एक से नौ सीटें मिल सकती हैं।

देशबंधु का सर्वे आते ही सपाइयों में खुशी की लहर
जब तक एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने का दावा किया जा रहा था, तब तक समाजवादी पार्टी के नेता एग्जिट पोल को झूठा साबित करने में जुटे थे। जैसे ही देशबंधु ने एग्जिट पोल जारी किया सपा कार्यकर्ताओं के सुर बिल्कुल बदल गए। जो सपा नेता ट्विटर और फेसबुक पर एग्जिट पोल के खिलाफ बोल रहे थे, वही लोग देशबंधु की सर्वे रिपोर्ट का जिक्र करने लगे। 

एग्जिट पोल आते ही ट्विटर पर चलाने लगा ट्रेंड
सातवें चरण व आखिरी चरण के मतदान के बाद एग्जिट पोल आते ही समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ट्विटर पर एक्टिव हो गए थे। सभी ने हैशटैग अखिलेश यादव, हैशटैग 10_मार्च_अखिलेश_आ_रहें_है का ट्रेंड चलाना शुरू कर दिया। 

यूपी में सरकार बनाने का अखिलेश ने किया दावा
जिस वक्त न्यूज चैनल ये सर्वे रिपोर्ट प्रसारित कर रहे थे, उसी वक्त समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट करके अपना अलग एग्जिट पोल जारी कर दिया। न्यूज चैनलों के सर्वे के उलट सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार बनाने का दावा किया। अखिलेश ने लिखा सातवें और निर्णायक चरण में सपा-गठबंधन की जीत को बहुमत से बहुत आगे ले जाने के लिए सभी मतदाताओं और विशेषकर युवाओं का बहुत-बहुत आभार। हम सरकार बना रहे हैं।

एग्जिट पोल है मानसिक दबाव बनाने की युक्ति
आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने भी एग्जिट पोल पर बयान दिया कि ये एक राय है, मैं इससे सहमत नहीं हूं। जो उत्साह हमने देखा, परिवर्तन लाने के लिए एक निश्चय लोगों में था। मुझे लगता है सर्वे से अलग नतीजे होंगे। गठबंधन की सरकार बनेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। जयंत चौधरी आगे कहते है कि जब तक ईवीएम खुल नहीं जाती, किसी को भी नतीजे का पता नहीं चल पाता है। एग्जिट पोल की एक प्रक्रिया होती है, पोलिंग बूथों पर किसी एक्जिट पोल के व्यक्ति को नहीं देखा। पता नहीं उन्हें अपना डेटा कहां से मिलता है। यह एक नजरिया है और मैं इससे सहमत नहीं हूं। यह मानसिक दबाव बनाने की युक्ति है।

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