सार
पुलिस ने गैंगस्टर के आरोपी को खुश करने के लिए दो लोगों को अवैध तरीके से पकड़कर थाने ले आए। इतना ही आरोपी पुलिसकर्मियों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने पैसों के लालच में युवक को हिरासत में भी रखा। शिकायत के बाद के हुई जांच में तीन दरोगा और तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया।
आगरा: एक बार फिर पुलिस का शर्मसार कर देन वाला चेहरा सामने आया है। इस बार पुलिस ने गैंगस्टर के आरोपी को खुश करने के लिए दो लोगों को अवैध तरीके से पकड़कर थाने ले आए। इतना ही आरोपी पुलिसकर्मियों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने पैसों के लालच में युवक को हिरासत में भी रखा। शिकायत के बाद हुई जांच में पुलिसकर्मी दोषी पाए गए। इसके बाद थाना जगदीशपुरा के तीन दरोगा और तीन सिपाहियों को एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने निलंबित कर दिया।
यह था मामला
जानकारी के मुताबिक 12 मई को गैंगस्टर एक्ट में वांछित सनी कबाड़िया पर एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उस पर 14 मुकदमे दर्ज थे। इनमें ज्यादा जुआ अधिनियम से संबंधित थे। वह फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी थी। मंगलवार को उसने कोर्ट में समर्पण कर लिया। उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी।
जांच में दोषी पाए गए पुलिसकर्मी
एसएसपी ने बताया कि दस दिन पहले थाना जगदीशपुरा पुलिस ने कोठी मीना बाजार स्थित रावत पेट्रोल पंप से अमित कुमार और जितेंद्र सिंह को पकड़ा था। दोनों को जुआ अधिनियम में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। इस मामले में अवैध तरीके से पकड़ने और आर्थिक लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से हिरासत में रखने की शिकायत मिली थी। इस पर प्रकरण की जांच कराई गई। जांच में आरोप सही पाए गए। दोनों को छोड़ने के लिए भी रकम की वसूली की। मगर, इससे पहले मामला अधिकारियों तक पहुंच गया। तब अमित और जितेंद्र के खिलाफ जुआ अधिनियम में कार्रवाई करके जेल भेजा गया। प्रारंभिक जांच में तीन दरोगा और तीन सिपाही दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है।
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