सार
बरेली में अखिल भारतीय तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पैंगबर का मानना है कि एक अच्छा मुसलमान वो है जिसके हाथ व जबान से किसी को कोई तकलीफ न हो।
बरेली: यूपी में कई जिलों में हुई हिंसा के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। डिप्टी सीएम केशन मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सहित अन्य लोगों ने हिंसा को लेकर बोला है। इसी बीच बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने मार्मिक अपील की है। मौलाना का मानना है कि अच्छा मुसलमान कभी की हिंसा के रास्ते पर नहीं जाता है। वह तो सदैव ही अमन पसंद होता है और पैगंबर की अच्छी बातों को समाज में फैलाता है।
बरेली में अखिल भारतीय तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पैंगबर का मानना है कि एक अच्छा मुसलमान वो है जिसके हाथ व जबान से किसी को कोई तकलीफ न हो।
'अमन-शांति का दामन न छोड़ें'
उन्होंने कहा कि हम प्रदेश के साथ ही देश के तमाम मुसलमान से गुजारिश करना चाहते हैं कि हम पैगंबर व इस्लाम को मानने वाले हैं। जिसने हमें अमन व शांति का पैगाम दिया। हर जगह पर किसी भी बात पर एहतिजाज (प्रदर्शन) करना हमारा जम्हूरी हक लोकतांत्रिक अधिकार है और एहतिजाज होना चाहिए लेकिन कानून के दायरे में रह कर। उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए मेरी तमाम लोगों से अपील है कि वे अमन-शांति का दामन न छोड़ें, कानून के दायरे में रह कर प्रदर्शन करें।
कानून के दायरे में विरोध करने की अपील
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पैगंबर मुहम्मद ने कहा कि एक अच्छा मुसलमान वह है जो अपने हाथों (कर्मों) या जीभ (शब्दों) से किसी को दर्द नहीं देता है। इसी कारण मैं सभी से कानून के दायरे में विरोध करने की अपील करता हूं।
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