सार

शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की ओर से लिखी गयी किताब पर विवाद बढ़ता जा रहा है। बुधवार को लखनऊ के चौक थाने में मौलाना कल्बे जवाद ने वसीम रिजवी के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करायी है। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड(Uttar Pradesh Shia Waqf Board) के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हमेशा विवादों में रहने वाले वसीम रिजवी के खिलाफ राजधानी लखनऊ(Lucknow) में बुधवार सुबह एफआईआर दर्ज की गयी है। आपको बता दें कि कुछ समय पहले वसीम रिजवी की विवादित किताब 'मोहम्मद' प्रकाश में आई, जिसे लेकर लगातार विवाद बढ़ने लगा। इसी के चलते बुधवार सुबह लखनऊ के चौक थाने में कई धाराओं में रिजवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 


मौलाना कल्बे जवाद की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा
चौक थाने में मौलाना कल्बे जवाद(Maulana Kalbe Jawad) ने चौक थाने में वसीम रिजवी के खिलाफ तहरीर दी। मौलाना कल्बे ने पुलिस को दी गयी तहरीर में वसीम रिजवी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी लिखी गयी पुस्तक 'मोहम्मद' का विरोध किया है। मौलाना कल्बे की तहरीर पर रिजवी के खिलाफ धारा 153 -ए, 292, 295- ए, 504, 505(2) के साथ सूचना प्रद्योगिकी अधिनियम 2008 के तहत धारा 67 में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

वसीम रिजवी का दावा- 'मोहम्मद साहब के चरित्र को उजागर करती है किताब'
वसीम रिजवी का दावा है कि यह  किताब पैगंबर मोहम्मद साहब के चरित्र को उजागर करती है। गाजियाबाद के डासना के महाकाली मंदिर में दर्शन करने के बाद महंत यति नरसिंहानंद से अपनी किताब का विमोचन करवाया। वसीम रिजवी का यह भी दावा है कि किताब पूरी तरह से फैक्ट्स पर आधारित है और इसे लिखने के लिए 300 से ज्यादा किताबों और मुस्लिम ग्रंथों का रिफरेंस लिया गया है। वहीं, इस किताब को बैन किए जाने की मांग की जा रही है. आरोप है कि वसीम रिजवी ने दुनिया के तमाम मुसलमानों के जज्बातों को ठेस पहुंचाई है।